
भोपाल (राज्य ब्यूरो)। कमल नाथ कहते हैं कि उनकी चार दशक की राजनीति में उन पर एक भी आरोप नहीं है, जबकि उनकी राजनीति उन असंख्य सिखों के खून से सनी हुई है, जो 1984 के नरसंहार में मारे गए थे। इस नरसंहार में सज्जन सिंह और जगदीश टाइटलर का जो हाल हुआ है, वही जल्द ही नाथ का होने वाला है। उन्होंने मध्य प्रदेश का बुरा हाल कर रखा था। हम उनको भी नहीं भूल सकते हैं। तुष्टीकरण की राजनीति में डूबे लोगों की सच्चाई भी आज जरूर दोहराई जानी चाहिए। सनातन पर वार करने वाले लोगों (कांग्रेस) ने सिख समुदाय के साथ ही इसी प्रकार का दुर्व्यवहार, अत्याचार किया था। यह बात प्रदेश के नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग ने शनिवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कही।
डंग ने कहा कि सिखों के पांचवें गुरु अर्जुन देव ने 1604 में आज ही के दिन दरबार साहिब में पहली बार श्री गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश किया था। सिखों में जीवंत गुरु के रूप में मान्य श्री गुरु ग्रंथ साहिब केवल सिख कौम ही नहीं, बल्कि समूची मानवता के लिए आदर्श व पथ प्रदर्शक हैं। भाजपा भी इसी सोच के साथ काम करती है। कांग्रेस की सरकार में हुए भेदभाव को भाजपा सरकार ने समाप्त किया है। सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास को मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार ने साकार किया है।
भाजपा के आरोपों पर पलटवार करते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस कौमी एकता प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष व सिख यूथ एसोसिएशन आफ इंदौर के अध्यक्ष सचप्रीत सच सलुजा ने कहा कि जब-जब चुनाव आते हैं, भाजपा धर्म, झूठ और गुमराह करने की राजनीति शुरू कर देती है। भाजपा हमेशा से ही कमल नाथ पर सिख दंगों में शामिल होने का आरोप लगाकर प्रदेश की जनता और सिख समाज को गुमराह करती आ रही है, जबकि वास्तविकता यह है कि नाथ का इन दंगों से दूर-दूर तक कोई लेना-देना नहीं है।
कांग्रेस ने हमेशा ही सिखों को प्रोत्साहित कर उन्हें आगे बढ़ाया है, चाहे देश के राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, केंद्रीय मंत्री बूटा सिंह हों या संगठन के उच्च पद पर बैठे भारतीय युवा कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में एमएस बिट्टा हों, कांग्रेस ने सत्ता व संगठन में सिख समाज को मान-सम्मान दिया है।