
भोपाल। बीना और विदिशा के बीच एक महिला यात्री की गर्मी से मौत हो गई। वह गोरखपुर-वडोदरा एक्सप्रेस में यात्रा करते हुए वडोदरा जा रही थी। महिला जनरल कोच में थी, उसकी तबीयत बिगड़ी और उल्टी-दस्त की शिकायत के बाद वह बेसुध हो गई। बैरागढ़ स्टेशन पर डाक्टर ने चेक किया तब तक महिला आशा देवी (40) की मौत हो चुकी थी। शव का हमीदिया अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया। इसके बाद शुक्रवार परिजन एंबुलेंस से शव लेकर उत्तरप्रदेश स्थित अपने गांव मऊनाथभंजन के लिए रवाना हो गए।
जानकारी अनुसार आशा देवी उत्तरप्रदेश के मऊनाथभंजन की निवासी थीं। पति विनोद ने बताया कि वह गुजरात के वडोदरा जिले में ड्राइविंग जाब करते हैं। पत्नी और पांच बच्चे साथ रहते हैं। छुट्टियों के चलते एक महीने पहले पत्नी सात वर्षीय बेटे शुभम के साथ गांव गई थी। वहां से 29 मई की रात को 12 बजे गोरखपुर-वडोदरा एक्सप्रेस में सवार होकर भाई धर्मेंद्र, भाभी और बेटे शुभम के साथ जनरल कोच में वडोदरा लौट रही थी। गुरुवार को दोपहर तीन बजे करीब 15 घंटे के यात्रा के बाद आशा की तबीयत बिगड़ी। वह लगातार गर्मी के चलते घबराहट की शिकायत कर रही थी।इसी बीच लूज मोशन हुआ। कुछ ही समय बाद उसे उल्टियां हुई। इससे बीना से विदिशा के बीच वह बेसुध हो गई। बैरागढ़ स्टेशन पर डाक्टर के चेकअप के दौरान ही उसकी मौत हो चुकी थी। पति ने आखिरी बार काल पर आशा से बताया था कि ट्रेन में गर्मी बर्दाश्त के बाहर हो चुकी है। तबीयत ठीक नहीं लग रही है।