
भोपाल, राज्य ब्यूरो, नईदुनिया। मध्य प्रदेश में भाजपा संगठन और सरकार के बीच संवाद, संपर्क और समन्वय के लिए गठित छोटी टोली की दूसरी बैठक गुरुवार को भोपाल स्थित मुख्यमंत्री आवास में हुई। इसमें मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) को प्राथमिकता देने व आदिवासी क्षेत्रों पर फोकस रखने की रणनीति तय की गई। बैठक में राजनीतिक नियुक्तियों सहित अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा हुई।
नीति के पालन पर सहमति
विधानसभा चुनाव हारे नेताओं को निगम-मंडलों व अन्य राजनीतिक नियुक्तियों में समायोजित करने और एक व्यक्ति एक पद की नीति के पालन पर सहमति बनी। यह भी तय हुआ कि सभी मंत्री, सांसद, विधायक और सीनियर नेता अपने-अपने क्षेत्रों में एसआइआर के काम को गंभीरता लेंगे और बिरसा मुंडा जयंती से आदिवासी क्षेत्रों पर फोकस बढ़ाएंगे।
ग्वालियर–चंबल अंचल की दूरी
बैठक में राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल, जगदीश देवड़ा, पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल, नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद के अलावा प्रदेश प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह भी शामिल हुए। ग्वालियर–चंबल अंचल का प्रतिनिधित्व इस बार भी नहीं दिखा। पार्टी नेताओं ने एक दिन पहले ही केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर को बैठक में बुलाने की बात जरूर कही थी।