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- मालगाड़ी ट्रेनें चलाने वाले रेलकर्मियों का मामला
- कर्मचारियों का आरोप, एक ही मशीन से किया जा रहा टेस्ट, संक्रमण फैलने का खतरा
- डीआरएम ने रेलकर्मियों से मिलकर कहा, चिंता करने की कोई बात नहीं है
भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। रेलवे ने 31 मार्च तक यात्री ट्रेनें तो बंद कर दी हैं, लेकिन मालगाड़ी ट्रेनें चलाई जा रही हैं। पश्चिम मध्य रेलवे जबलपुर जोन के भोपाल, कोटा व जबलपुर रेल मंडल में इन ट्रेनों को चलाने वाले ऑपरेटिंग विभाग के रेलकर्मियों का एल्कोहल टेस्ट किया जाता है। इन रेलकर्मियों का कहना है कि उनका ब्रीथ एनालाइजर टेस्ट (शराब तो नहीं पी है) एक ही उपकरण से किया जा रहा है। ऐसे में कोरोना वायरस फैलने का खतरा है। इन रेलकर्मियों ने अलग-अलग मशीनों से टेस्ट करने की मांग की है। स्थानीय प्रशासन से भी मदद मांगी है। इस बीच भोपाल रेल मंडल के डीआरएम उदय बोरवणकर ने कहा है कि चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। रेलवे सभी रनिंग रेलकर्मियों के साथ हैं। ब्रीथ एनालाइजर मशीन से किसी तरह का कोई खतरा नही है। सावधानी बरती जा रही है।
बता दें कि जबलपुर जोन से होकर चौबीस घंटे में 200 से अधिक मालगाड़ी ट्रेनें गुजर रही हैं। इन ट्रेनों को ऑपरेटर करने वाले लोको पायलट, सहायक लोको पायलट और गार्ड को टेस्ट से होकर गुजरना पड़ता है। लोको पायलटों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि 40-40 रनिंग रेलकर्मियों का टेस्ट एक ही मशीन से किया जा रहा है, जो कि गंभीर खतरा है। इनमें से किसी भी रनिंग रेलकर्मियों को कोरोना वायरस निकलता है तो वह दूसरों को भी फैल सकता है। इतना ही नहीं, पूरे देश में बायोमेट्रिक अटेंडेंस 31 मार्च तक बंद कर दी है, लेकिन इन रेलकर्मियों से रेलवे थंब लगवाकर साइन इन और साइन आउट करवा रहा है। हालांकि रेलवे के अधिकारियों का दावा है कि पूरी सावधानी बरती जा रही है, लेकिन रेलकर्मियों के मन में खतरे का भाव अधिक हैं। कई रेलकर्मियों ने बताया कि वे तनाव में काम कर रहे हैं। इन रेलकर्मियों का कहना है कि रेलवे अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया तो वे सरकार से सीधा संवाद करेंगे। क्योंकि असुरक्षा का भाव पैदा हो चुका है उनकी वजह से उनका परिवार भी चिंतित है।
डीआरएम रनिंग रेलकर्मियों से मिले
इस बीच मंगलवार शाम को डीआरएम उदय बोरवणकर ने रनिंग रेलकर्मियों से मुलाकात की। उनके हालचाल जानें। उनसे पूछा कि ट्रेनें ऑपरेटर करने में कोई दिक्कत तो नहीं आ रही हैं। कुछ रेलकर्मियों ने आशंकाएं जाती है, इसका डीआरएम ने खुलकर जवाब दिया और कहा कि रेलवे आपके साथ हैं। किसी तरह की कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है। निःसंकोच होकर काम करें। डीआरएम ने कहा कि इस संबंध देश को रनिंग रेलकर्मियों की सख्त जरूरत हैं क्योंकि रोड ट्रांसपोर्ट बंद हैं। ऐसे में खाने-पीने की सामग्री के लिए एकमात्र साधन मालगाड़ियां ही हैं जिनकी मदद से समान एक से दूसरे शहरों में भेजा जाएगा।