नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। अशोका गार्डन क्षेत्र के चर्चित नाबालिग देह व्यापार और मानव तस्करी कांड के दो मुख्य आरोपितों की तलाश एक बार फिर तेज होगी। इनमें शोभाराम विश्वकर्मा नामक आरोपित पर जहां पीड़िता के फर्जी दस्तावेज बनवाने का आरोप है तो वहीं दूसरे आरोपित देवांश आदिवासी पर दुष्कर्म का आरोप है। इसी मामले से जुड़े नाबालिग से दुष्कर्म के आरोप में जाने-माने वकील यावर खान की गिरफ्तारी के बाद प्रकरण एक बार फिर चर्चा में है।
बता दें कि वर्ष 2023 में अशोका गार्डन थाना क्षेत्र की 15 वर्षीय किशोरी प्रभात चौराहे के पास से लापता हो गई थी। स्वजन की शिकायत पर थाने में गुमशुदगी दर्ज की गई थी। दो साल बाद उसका सुराग लगा और पुलिस ने अशोक नगर से बरामद किया। उसकी बरामदगी के बाद सामने आया कि पीड़िता के माता-पिता की मौत काफी पहले हो चुकी थी, जिसके बाद वह अपने मामा के साथ रही थी। मामा ने कई बार दुष्कर्म किया था, जिससे दुखी होकर नाबालिग जनवरी 2023 में घर से भाग गई थी। उसे प्रभात पेट्रोल पंप पर एक आटो चालक मिला, जो बहला फुसला कर होटल ले गया और दुष्कर्म किया। बाद में उसने शाहपुरा के आशुतोष वाजपेयी और महक यादव को बेच दिया।
दंपती ने नाबालिग को देह व्यापार में धकेल दिया और दिव्यांश आदिवासी समेत कई लोगों ने नाबालिग से दुष्कर्म किया। बाद में दंपती ने शोभाराम विश्वकर्मा नामक व्यक्ति के माध्यम से पीड़िता का फर्जी आधार कार्ड तैयार करवाया, जिसमें उसकी उम्र 25 साल लिखवा दी थी। पीड़िता को अशोकनगर के युवक को बेचकर शादी करवा दी थी।
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इस प्रकरण को लेकर जनवरी 2025 में केस दर्ज किया गया था, जिसमें पुलिस ने 28 लोगों को आरोपित बनाया था। इनमें से 26 आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं शोभाराम और देवांश केस के आठ महीने बाद भी फरार हैं।
थाना प्रभारी अशोका गार्डन अनुराग लाल ने कहा कि केस दर्ज होने के बाद से दोनों आरोपित फरार हैं। पुलिस अब दोबारा उनकी तलाशी के लिए टीम तैयार करेगी और सुराग के अनुसार उन्हें गिरफ्तारी के लिए भेजा जाएगा।