
राज्य ब्यूरो, भोपाल। मध्य प्रदेश में भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए कलस्टर बनाए हैं। लोकसभा क्षेत्रों पर केंद्रीय नेतृत्व नजर रखेगा। इसके लिए चार-चार लोकसभा क्षेत्रों के क्लस्टर का प्रभारी वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों को बनाया जाएगा। ये क्लस्टर में लोकसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेंगे। कार्यकर्ताओं की बैठक करेंगे और कार्य योजना को केंद्रीय नेतृत्व की मंशा के अनुरूप जमीन पर उतारने का काम करेंगे। वहीं, पार्टी डेढ़ माह तक रामलला अभियान चलाएगी। इसमें प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र से रामभक्तों को रामलला के दर्शन कराने अयोध्या ले जाया जाएगा।
मंगलवार को दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष ने देशभर के क्लस्टर प्रभारियों के साथ बैठक की। इसमें सभी प्रदेश भाजपा के संगठन महामंत्री और क्लस्टर प्रभारी उपस्थित रहे। मध्य प्रदेश से प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद सहित क्लस्टर प्रभारी बैठक में शामिल हुए। सभी को लोकसभा चुनाव को लेकर आगामी कार्यक्रमों से अवगत कराया गया और लोकसभा चुनाव 2019 में हारी हुई विधानसभा सीटों को लेकर भी चर्चा हुई।
तय किया गया कि केंद्रीय पदाधिकारी क्लस्टरवार अलग-अलग बैठकें करेंगे। जहां पार्टी कमजोर है, उन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। यह काम मजबूत, कमजोर और औसत सीटों की ग्रेडिंग के आधार पर अमल में लाया जाएगा। क्लस्टर प्रभारियों के साथ अगली बैठक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह करेंगे। इधर, मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव की दृष्टि से बनाए गए क्लस्टर प्रभारियों की नियुक्ति को बैठक में केंद्रीय नेतृत्व द्वारा हरी झंडी दी गई। प्रदेश में इंदौर क्लस्टर को छोड़कर शेष सभी में चार-चार लोकसभा सीट रखी गई है।
इस तरह कुल सात क्लस्टर बनाए गए हैं। इंदौर क्लस्टर का प्रभारी विजयवर्गीय, ग्वालियर क्लस्टर का प्रभार नरोत्तम को सौंपा लोकसभा चुनाव में 51 प्रतिशत से अधिक वोट पाने का लक्ष्य लेकर चल रहे भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश में सात क्लस्टर बनाए हैं। इनमें ग्वालियर-चंबल क्लस्टर का प्रभारी नरोत्तम मिश्रा को बनाया है। इसी तरह इंदौर का कैलाश विजयवर्गीय, जबलपुर का प्रहलाद सिंह पटेल, उज्जैन जगदीश देवड़ा, सागर का भूपेंद्र सिंह, रीवा का राजेंद्र शुक्ल और भोपाल क्लस्टर का प्रभारी विश्वास सारंग को बनाया गया है। ये सभी केंद्रीय क्लस्टर प्रभारियों के मार्गदर्शन में काम करेंगे।
बैठक में क्लस्टर प्रभारियों को 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन पूरे प्रदेश को कैसे राममय बनाया जाए, इसकी कार्ययोजना से अवगत कराया गया। 22 जनवरी के पहले घर-घर दीप प्रज्वलित किए जाएंगे। वहीं, 22 जनवरी के बाद प्रदेश में रामलला अभियान चलाया जाएगा। डेढ़ माह तक चलने वाले इस अभियान में प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र से 10 -10 हजार रामभक्तों को स्वयं के खर्च पर रामलला के दर्शन कराने अयोध्या ले जाया जाएगा। प्रत्येक रेलवे स्टेशन पर उनका स्वागत किया जाएगा। इस कार्य में कौन क्या करेगा, क्लस्टर प्रभारी इसका रोडमैप तैयार करेंगे।