
नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल । कलेक्टर जनसुनवाई में मंगलवार को एक महिला ने अपर कलेक्टर अंकुर मेश्राम से कहा कि “आपसे सुनवाई नहीं होती है तो कुर्सी से हट जाइए, मैं इस कुर्सी पर बैठकर लोगों की समस्याएं सुनती हूं।” इसके बाद सभागार में हंगामा शुरू हो गया और अनुशासन की सीमाएं तार-तार हो गईं।
सुबह 10:30 बजे से अधिकारी लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। लगभग 12:45 बजे एक महिला अपनी बेटी के साथ पहुंची और समस्या बताते हुए हंगामा खड़ा कर दिया। महिला पुलिस विभाग के बड़े अधिकारियों को खरी-खोटी सुनाती रही। जब एडीएम अंकुर मेश्राम ने समाधान बताना चाहा तो महिला उन पर भड़क गई। जनसुनवाई खत्म होने के बाद एडीएम चले गए, लेकिन महिला का हंगामा जारी रहा। इस बीच अधिकारियों ने 103 आवेदकों की समस्याएं सुनीं और त्वरित निराकरण के निर्देश दिए।
महिला ने तीन महीने पहले शिकायत की थी
जानकारी के अनुसार मिनाल कॉलोनी में रहने वाली महिला ने तीन महीने पहले शिकायत की थी कि 9 दिसंबर 2022 को मंशाराम नाम के व्यक्ति ने फोन कर मकान खाली करने की धमकी दी थी। महिला अपनी 11 साल की बेटी के साथ रहती है। उसका कहना है कि मकान मालिक ग्वालियर में रहते हैं और 11 महीने का अनुबंध है। पुलिस जांच में यह मामला मकान मालिक और महिला के बीच आपसी विवाद पाया गया, जिसके बाद पुलिस ने प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की थी। इसके बाद महिला ने कलेक्ट्रेट में हंगामा खड़ा कर दिया। एडीएम अंकुर मेश्राम ने कहा कि मामले में दोबारा पुलिस जांच कर कार्रवाई के लिए पत्र लिखा जा रहा है।
गणना पत्रक नहीं मिला, सूची से नाम गायब
सिकंदरी सराय निवासी रेखा ठाकुर ने बताया कि उन्होंने 2003 में मतदान किया था, लेकिन उनका और उनके बेटे दीपक ठाकुर का गणना पत्रक नहीं मिला। कई जगह चक्कर लगाने के बावजूद पत्रक नहीं मिला। वहीं बाग उमराव दूल्हा निवासी शमीम खां ने बताया कि उनके पास वोटर कार्ड है और वे नियमित मतदान करते रहे हैं, लेकिन काम की तलाश में दूसरी जगह जाने के कारण एक-दो बार मतदान नहीं कर पाए। इसके चलते उनका नाम सूची से हटा दिया गया है।
शासकीय भूमि पर कब्जे की शिकायत
कोलार वार्ड 83 निवासी सेना के मेजर रोहित सिंह ने शिकायत की कि उनके प्लॉट के पास स्थित शासकीय जमीन पर अवैध अतिक्रमण किया गया है। झुग्गी बनाकर स्थायी कब्जा कर लिया गया है और लकड़ी बेचने का व्यवसाय भी शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि उनकी पोस्टिंग दिल्ली और लद्दाख में होने के कारण वे कम आते हैं, इसलिए जल्द कार्रवाई की जाए।
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