भोपाल (नवदुनिया स्टेट ब्यूरो), Deaths from Covid in MP। मध्य प्रदेश में कोरोना से होने वाली 1478 मौतों का अभी तक हिसाब ही नहीं था। श्मशान घाटों में पहुंचने वाले शवों की संख्या सरकारी रिकार्ड में दिखाई जा रही मौतों से काफी ज्यादा थी। सवाल खड़े हुए तो जिलों से जानकारी जुटाकर सोमवार को इन मौतों को जोड़ा गया है। इस तरह अब प्रदेश में कोरोना से मरने वालों का कुल आंकड़ा 10,506 हो गया है। मौत के नए आंकड़ों में निजी अस्पतालों की 762, सरकारी अस्पतालों की 508 और होम आइसोलेशन की 208 मौतों को जोड़ा गया है। अब सवाल यह उठ रहा है कि इतनी मौतों की जानकारी अभी तक कैसे छुपी रह गईं। खासतौर पर होम आइसोलेशन में मौत होना व्यवस्थाओं पर प्रश्न चिन्ह है कि यह मरीज अस्पताल में ही भर्ती नहीं हो पाए। मौतों का आंकड़ा बढ़ने की वजह यह है कि इसमें उन लोगों की जानकारी शामिल की गई है, जिनकी मौत निजी अस्पतालों, अन्य जिलों से आए प्रकरणों और होम आइसोलेशन में इलाज के दौरान हुई है।
1409 संक्रमितों का अभी भी हिसाब नहीं
मौतों का नया आंकड़ा जुड़ने के बाद 1409 संक्रमितों का हिसाब ही नहीं मिल पा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के हेल्थ बुलेटिन के अनुसार मौतों का नया आंकड़ा जुड़ने के बाद कुल मौतें 10,506 हो गई हैं। 296 सक्रिय केस हैं, जबकि 7,80,800 स्वस्थ हुए हैं। इन तीनों आंकड़ों को मिलाकर अब तक मिले मरीजों की संख्या 7,91,602 होनी चाहिए, लेकिन इसी बुलेटिन के मुताबिक अब तक प्रदेश में 7,90,193 मरीज मिले हैं। यानी 1409 मरीजों का नाम संक्रमितों की सूची में नहीं है।
सरकार ने दिए थे आंकड़े अपडेट करने के निर्देश
मालूम हो, प्रदेश में कोरोना से हुई मौतों की जानकारी अपडेट करने के लिए राज्य सरकार ने पहल की थी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक समीक्षा बैठक में कहा था कि श्मशान घाटों में जो शव पहुंच रहे हैं उनकी मौत की आडिट होनी चाहिए। कोरोना से मौत हुई है तो रिकार्ड में जोड़ा जाना चाहिए। इसके बाद राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को पिछले दिनों निर्देश दिए गए थे कि सार्थक पोर्टल पर कोरोना से हुई मौतों का आंकड़ा अपडेट किया जाए। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मप्र की मिशन संचालक छवि भारद्वाज द्वारा जारी आदेश में कहा गया था कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान हुईं मौतों का आंकड़ा किसी जिले ने अपडेट नहीं किया हो तो तत्काल उसकी जानकारी पोर्टल पर अपलोड करें। 30 जून तक की स्थिति की जानकारी सभी जिलों से मांगी गई थी। नई जानकारी सामने आने के बाद राज्य शासन ने इन मौतों की संख्या शामिल करते हुए कुल संख्या को अपडेट किया है।