
नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल: दिल्ली दंगे के आरोपित जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद को लेकर दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, “उमर खालिद बेकसूर है। उसके साथ बहुत अन्याय हो रहा है। पीएचडी स्कॉलर है और किसी भी मापदंड में राष्ट्रद्रोही नहीं है। उसे तत्काल रिहा किया जाना चाहिए।”
दिग्विजय सिंह इससे पहले भी कई बार उमर खालिद के समर्थन में बयान दे चुके हैं। उन्होंने कहा कि पांच वर्षों से जेल में बंद उमर खालिद के साथ न्याय होना चाहिए। ज्ञात रहे कि उमर खालिद पर वर्ष 2020 के दिल्ली दंगों की साजिश रचने और भीड़ को भड़काने का आरोप है।
नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) 2019 के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शनों में भी उसकी भूमिका बताई गई थी। अक्टूबर 2020 में दिल्ली पुलिस ने पूर्वोत्तर दिल्ली के खजूरी खास क्षेत्र में हुई आगजनी और तोड़फोड़ के एक मामले में भी उसके खिलाफ FIR दर्ज की थी। पुलिस का दावा है कि उसके पास खालिद और अन्य आरोपियों की संलिप्तता के पर्याप्त सबूत हैं।
दिग्विजय सिंह के इस बयान पर BJP ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भोपाल के हुजूर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि दिग्विजय सिंह को भारत की न्यायपालिका पर भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा कि दिग्विजय का व्यवहार पाकिस्तानी जैसा है और वे आतंकवादियों को सम्मान देते हैं। रामेश्वर शर्मा ने व्यंग्य करते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह को पाकिस्तान जाकर बस जाना चाहिए क्योंकि उनके मन में आतंकवादियों के प्रति श्रद्धा है।
इस बयान ने एक बार फिर सियासी माहौल को गर्मा दिया है। भाजपा का कहना है कि कांग्रेस नेता बार-बार ऐसे बयानों से देश के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे हैं। वहीं कांग्रेस ने इसे मानवीय दृष्टिकोण से दिया गया बयान बताया है।
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