नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए हाइड्रोपोनिक वीड (विदेशी गांजा) की तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। भोपाल रेलवे स्टेशन से दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया, जिनके पास से 24.186 किग्रा गांजा बरामद हुआ। वहीं, बेंगलुरु से 29.88 किग्रा गांजा जब्त किया गया।
डीआरआई ने ऑपरेशन वीड आउट के तहत यह कार्रवाई 20 अगस्त को एक साथ की थी। सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान गिरोह के मास्टरमाइंड समेत पांच आरोपित पकड़े गए हैं। इनके कब्जे से 1.02 करोड़ रुपये की तस्करी की राशि भी बरामद हुई।
जांच और छापे
राजधानी एक्सप्रेस (22691) से यात्रा कर रहे दो आरोपितों के पास से बेंगलुरु में 29.88 किग्रा गांजा मिला।
उसी ट्रेन में सवार दो और आरोपितों को भोपाल जंक्शन पर पकड़ा गया।
नई दिल्ली में मास्टरमाइंड के कब्जे से 1.02 करोड़ रुपये मिले।
21 अगस्त को बेंगलुरु के एक होटल से थाईलैंड से आए यात्री के पास से 17.958 किग्रा गांजा बरामद किया गया।
कुल मिलाकर 72.024 किग्रा हाइड्रोपोनिक वीड (कीमत 72 करोड़ रुपये) और 1.02 करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए।
विदेशी गांजा की तस्करी
हाइड्रोपोनिक वीड थाईलैंड, कनाडा और अमेरिका से पार्सल या फ्लाइट के जरिए भारत में भेजा जाता है। भारत में पूरी तरह प्रतिबंधित होने के बावजूद रेव पार्टियों और युवाओं के बीच इसकी मांग तेजी से बढ़ रही है।
खेत नहीं, कमरे में होती है खेती
हाइड्रोपोनिक वीड गांजे की ऐसी किस्म है जो पानी में ही उगाई जाती है, इसके लिए खेत या मिट्टी की आवश्यकता नहीं होती। इसे बंद कमरों में आसानी से तैयार किया जा सकता है। सामान्य गांजे की तुलना में इसकी कीमत करीब 10 गुना अधिक होती है।
डीआरआई की गिरफ्त में आए आरोपित इसी तकनीक से कमरे में उगाकर इसकी सप्लाई कर रहे थे। अब क्राइम ब्रांच भी इस नई तकनीक और तस्करी के नेटवर्क की जांच कर रही है।
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