
नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। राजधानी के हाईप्रोफाइल ड्रग तस्करी नेटवर्क की जांच अब पूरी तरह वित्तीय लेनदेन के घेरे में आ गई है। बुधवार को भोपाल क्राइम ब्रांच ने मछली परिवार के चार सदस्यों शारिक मछली, शाहिद मछली, शहरयार मछली और साजिदा बी समेत परिवार से जुड़े चार अन्य लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया। आठ लोगों से सुबह 11 से शाम चार बजे तक लगभग पांच घंटे तक गहन पूछताछ की गई। इस दौरान उनके साथ 11 वकीलों की टीम भी मौजूद थी।
पुलिस को ड्रग तस्करी के गिरोह से जुड़े 100 से अधिक बैंक खातों में संदिग्ध ट्रांजैक्शन के सबूत मिले हैं। इन्हीं खातों के आधार पर बुधवार को यह पूछताछ की गई। सभी आठ लोगों ने अपने-अपने लिखित बयान दिए, लेकिन पुलिस अधिकारियों के अनुसार जानकारी स्पष्ट रूप से नहीं दी गई, जिसके चलते गुरूवार को क्राइम ब्रांच दोबारा पर्याप्त जानकारी लाने के लिए नीयत तारीख के लिए नोटिस जारी करेगी। वहीं, यदि संदिग्ध लेनदेन का सही ब्योरा नहीं देते हैं तो उन्हें भी आरोपित बनाया जा सकता है। जांच में यह पाया गया था कि ड्रग तस्करी के सभी दस आरोपितों के खातों में कई लोगों से संदिग्ध ट्रांजेक्शन हुए थे। इनमें मछली परिवार के चारों सदस्य और परिवार से जुड़े अन्य चार लोगों के बैंक खाते शामिल हैं।
इनके बैंक खातों से या तो बड़ी राशि सीधे आरोपितों के खातों में भेजे गए हैं या फिर ड्रग खरीदने-बेचने वाले उन संदिग्धों के खातों से लेनदेन हुआ, जिनसे आरोपितों के लेनदेन की जानकारी मिली है। ऐसे में पुलिस इन बैंक खाता धारकों को भी संदिग्ध मान रही है। पुलिस ने ड्रग तस्करी की पूरी जांच में पुलिस ने आरोपितों और संदिग्धों का तीन साल का बैंकिंग रिकॉर्ड खंगाला है। इसमें आरोपितों और उनसे जुड़े संदिग्धों के 100 से अधिक बैंक खाते मिले थे। पुलिस को इन सभी खातों में करोंड़ों रुपये के बैंकिंग ट्रांजेक्शन मिले हैं। कई ट्रांजेक्शन शहर के बाहर भी किए गए हैं, उसको लेकर पूछताछ की जाएगी।
ड्रग तस्करी मामले में वित्तीय जांच को लेकर आठ संदिग्धों को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। तस्करी मामले में उनके बैंकिंग लेनदेन को लेकर उनसे लिखित में जवाब मांगा गया था, लेकिन अपर्याप्त जानकारी दी गई थी। अब दोबारा नोटिस जारी कर उन्हें बुलाया जाएगा। - शैलेंद्र सिंह चौहान, एडिशनल डीसीपी क्राइम ब्रांच
इसे भी पढ़ें... ससुर का मकान चाहिए था बहू को, नहीं मिला तो दी खुदकुशी की धमकी, धक्का देकर तोड़ा सास का पैर