
नवदुनिया प्रतिनिधि,भोपाल। दीपावली से पहले बाजार में कार्बाइड पाइप गन बिक रही थी, जिसको देख मैंने सोशल मीडिया पर गन को सर्च किया तो वहां से बनाने का तरीका मिला। इससे मैंने पाइप गन बनाई और उसमें कार्बाइड डालकर चलाने का प्रयास किया तो विस्फोट हो गया।
यह घटना एम्स में भर्ती ओबैदुल्लागंज रायसेन के रहने वाले 15 वर्षीय सार्थक गौर ने शुक्रवार को निरीक्षण करने पहुंची एमपीनगर एसडीएम लक्ष्मीकांत खरे की टीम को बताई है। टीम ने यहां भर्ती करीब 10 बच्चों का हालचाल जाना और उनके बेहतर उपचार के निर्देश डाक्टरों को दिए हैं।
इसके अलावा गोविंदपुरा एसडीएम रवीश श्रीवास्तव ने भी टीम सहित अपने क्षेत्र में औचक निरीक्षण किया और कार्बाइड पाइप गन बेचने व रखने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश शासन और जिला प्रशासन के निर्देशों पर एसडीएम एमपीनगर, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, सीएसपी की संयुक्त टीम ने शुक्रवार सुबह 11 बजे एम्स अस्पताल में कार्बाइड गन से घायल हुए बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी ली।
वहां मौजूद विवेक और अन्य डाॅक्टर स्टाफ द्वारा सभी बच्चों को दिए जा रहे उपचार की स्थिति से अवगत करवाया। एम्स अस्पताल में कुल 10 बच्चे कार्बाइड गन और सुतली बम से घायल होने पर भर्ती करवाए गए हैं।
इनमें से पांच बच्चों की आंखों का ऑपरेशन किया जा चुका है और तीन बच्चों का ऑपरेशन होना है। इसके साथ ही सभी बच्चों के स्वजनों से बातचीत कर बेहतर उपचार व मदद दिलाने का आश्वासन दिया है।
एसडीएम एमपीनगर लक्ष्मीकांत खरे ने बताया कि एम्स में जिन बच्चों का उपचार चल रहा है ।उनमें कार्बाइड गन से घायल आठ बच्चे शामिल हैं। जिनमें मिसरोद भोपाल निवासी 17 वर्षीय आशीष मालवीय, नर्मदापुरम साेहागपुर निवासी 14 वर्षीय कार्तिक, सीहोर सोडानिया बुधनी निवासी 11 वर्षीय युवराज पाल, ग्वालियर निवासी 17 वर्षीय सत्येंद्र गुर्जर, भोपाल बैरसिया निवासी 12 वर्षीय दीपेश मालवीय, कोकता बायपास निवासी 25 वर्षीय राहुल अहिरवार, विदिशा शमशाबाद निवासी आठ वर्षीय ऋतिक अहिरवार शामिल है। जबकि सुतली बम से घायल हुए भोपाल के 14 वर्षीय अन्नू मालवीय और शुभ मित्तल का उपचार चल रहा है।
गोविंदपुरा एसडीएम रवीश श्रीवास्तव ने बताया कि शासन के निर्देशों पर टीम के द्वारा निरंतर निरीक्षण किया जा रहा है। यदि कोई कार्बाइड पाइप गन या विस्फोटक बेचते हुए मिला तो एफआइआर दर्ज कराने के साथ ही विस्फोटक अधिनियम के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। पटवारियों व अारआइ की टीम का गठन किया गया है।