नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। देशभर में आने वाले त्योहारों और छुट्टियों के सीजन को देखते हुए भारतीय रेलवे ने यात्रियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए बिना टिकट और अवैध यात्रा पर सख्ती करने का निर्णय लिया है। रेलवे बोर्ड के निर्देश के अनुसार 22 सितंबर से 5 अक्टूबर तथा 16 अक्टूबर से 2 नवंबर तक पूरे देश में विशेष टिकट चेकिंग अभियान चलाया जाएगा।
इस अभियान का उद्देश्य यात्रियों को सुविधा प्रदान करते हुए टिकट प्रणाली में पारदर्शिता सुनिश्चित करना है और अवैध यात्रा को रोकना है। इसके तहत जोनल रेलवे अपने स्तर पर कदम उठाएंगे। इसके अलावा रेलवे एक्ट 1989 के प्रावधानों के तहत बिना वैध टिकट या प्राधिकरण यात्रा करने वाले यात्रियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वरिष्ठ नागरिक, कैंसर मरीज और अन्य विशेष श्रेणी के यात्रियों के लिए आरक्षित कोटा में किसी भी प्रकार के दुरुपयोग को रोकने के लिए गहन जांच की जाएगी। रेलवे अधिकारियों ने कहा कि केवल पात्र यात्री ही इन कोटों का लाभ उठा सकेंगे। इसके अलावा यात्री अपनी छूट के लिए वैध प्रमाण पत्र दिखाने के लिए बाध्य होंगे। रेलवे ने चेतावनी दी है कि छूट का गलत उपयोग पाए जाने पर संबंधित यात्रियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
अभियान के दौरान यात्रियों की सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाएगा। इसके लिए अतिरिक्त टिकट काउंटर खोले जाएंगे और सभी एटीवीएम मशीनें कार्यशील रहेंगी ताकि यात्रियों को टिकट खरीदने में कोई परेशानी न हो। वहीं, रेलवे यात्रियों को अधिकृत मोबाइल ऐप, आइआरसीटीसी वेबसाइट और रेलवे काउंटर से ही टिकट खरीदने के लिए प्रेरित करेगा। इसका उद्देश्य डिजिटल माध्यमों से टिकट खरीदने की आदत को बढ़ावा देना और अवैध यात्रा को रोकना है।
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रेलवे के विशेष टिकट चेकिंग अभियान की निगरानी वरिष्ठ अधिकारी करेंगे। यह अभियान दो चरणों में किया जाएगा। वरिष्ठ अधिकारी सुनिश्चित करेंगे कि अभियान के सभी चरण सुव्यवस्थित और पारदर्शी ढंग से लागू हों। बिना टिकट यात्रा, आरक्षित कोटा और छूट का गलत उपयोग रोकने के लिए अधिकारी सक्रिय रूप से निरीक्षण करेंगे। अभियान की पूरी रिपोर्ट 10 नवंबर तक रेलवे बोर्ड को भेजी जाएगी।