Coldrif बनाने वाली कंपनी की जांच में तमिलनाडु एफडीए की बड़ी खामियां उजागर
'कोल्ड्रिफ' नाम से जहरीला कफ सीरप बनाने वाली कांचीपुरम की कंपनी श्रीसन फार्मा के विरुद्ध जांच में तमिल नाडु खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड एवं कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) के अधिकारियों ने बताया कि बुनियादी नियामक मानदंडों को भी लागू नहीं किया जा रहा था।
Publish Date: Sun, 12 Oct 2025 05:25:00 AM (IST)
Updated Date: Sun, 12 Oct 2025 05:25:04 AM (IST)
तमिलनाडु एफडीए की बड़ी खामियां उजागरराज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। 'कोल्ड्रिफ' नाम से जहरीला कफ सीरप बनाने वाली कांचीपुरम की कंपनी श्रीसन फार्मा के विरुद्ध जांच में तमिल नाडु खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड एवं कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (सीडीएससीओ) के अधिकारियों ने बताया कि बुनियादी नियामक मानदंडों को भी लागू नहीं किया जा रहा था।
बिना किसी रोक-टोक के काम करना जारी रखा
अधिकारियों ने बताया कि तमिल नाडु खाद्य एवं औषधि प्रशासन (टीएनएफडीए) द्वारा 2011 में लाइसेंस प्राप्त श्रीसन फार्मा ने अपने खराब बुनियादी ढांचे और राष्ट्रीय औषधि सुरक्षा नियमों के कई उल्लंघनों के बावजूद एक दशक से भी अधिक समय तक बिना किसी रोक-टोक के काम करना जारी रखा। सीडीएससीओ द्वारा हाल ही में किए गए निरीक्षण में उत्पादन इकाई की खराब स्थिति मिली है।
जीएमपी का पूरी तरह से पालन नहीं
गुड मैनुफैक्चरिंग प्रैक्टिसेस (जीएमपी) का पूरी तरह से पालन नहीं हो रहा था। राज्य ने इस कंपनी के बारे में सीडीएससीओ को जानकारी ही नहीं दी थी, जिससे कंपनी उसके डेटाबेस में ही नहीं रही। तमिलनाडु एफडीए ने कोल्ड्रिफ कफ सीरप की तीन अक्टूबर की जांच रिपोर्ट के बारे में भी सीडीएससीओ को नहीं बताया, जबकि सीरप में डीईजी की मात्रा 0.1 प्रतिशत की मान्य सीमा के मुकाबले 48 प्रतिशत थी।
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