नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। 'प्रेम में नाम, पहचान, शरीर और यहां तक की अपना पूरा जीवन तक न्यौछावर करने के बाद जब बदले में मुझे छलावा मिला तो मैं पूरी तरह से टूट चुकी थी। उम्मीद थी कि इस मुश्किल समय में कम से कम परिवार और समाज मेरा सहारा बनेंगे, लेकिन यहां तो और गहरी चोट मिली। आदित्य (परिवर्तित नाम) से समलैंगिक संबंधों की जानकारी के बाद परिवार में गुस्सा था, लिंग परिवर्तन करवाया तो परिवार ने रिश्ता खत्म करने तक की बात कह डाली। परंतु अपना जीवन दांव पर लगाने के बाद जब धोखा मिला तो उम्मीद थी कि परिवार या समाज में किसी को तो मुझसे सहानूभूति होगी, लेकिन हर जगह तिरस्कार और अकेलापन मिला।' अपने प्रेमी के लिए लिंग परिवर्तन करवाने वाली ट्रांसवुमन अंशुल उर्फ अंशु (परिवर्तित नाम) का दर्द पुलिस के सामने कुछ यूं छलका।
पीड़िता ने बताया कि लगभग दस महीने पहले लिंग प्रत्यारोपण के चार महीने बाद ही जब आरोपित उसे छोड़कर चला गया तो वह समय उसके लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं रहा। कई महीने तक खुद को एक कमरे में बंद कर रोई, घर से बाहर जाना लगभग बंद हो गया था। कभी बाहर निकली भी तो अपनी पहचान छुपाकर। गर्मियों में भी मोटी जैकेट, मफलर और तमाम ऐसे कपड़े जिन्हें पहनने पर लड़का दिखाई दूं। वहीं जब धोखा देने वाले प्रेमी की शिकायत के लिए हिम्मत कर बाहर निकली तो सुनवाई की बजाए जगहंसाई हुई और मेरी दुखभरी कहानी पर चटखारे लिए गए। बाद में पीड़िता अंशुल उर्फ अंशु ने भोपाल पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्र को अपनी पीड़ा सुनाई, जिसके बाद गांधीनगर थाने में शून्य पर केस दर्ज किया गया।
लिंग परिवर्तन के बाद आदित्य और अंशुल उर्फ अंशु कुछ समय तक लिवइन में रहे। दोनों परिवार की इच्छा के विरूद्ध एक साथ रहते थे। पीड़िता ने बताया कि आदित्य का परिवार उसपर रिश्ते से बाहर निकलने का दबाव डालता था। उसे अच्छी-अच्छी लड़कियों के रिश्ते शादी के लिए आते थे। वह अक्सर ये बात मुझे भी बताता था और इसी बात को लेकर वह छोड़कर चला गया।
पुलिस ने बताया कि नर्मदापुरम जिले का रहने वाला आरोपित एक समृद्ध किसान परिवार से है। पीड़िता के अनुसार ग्रेजुएशन करने के बाद उसने नौकरी नहीं की। बाद में तंत्र-मंत्र विद्या में उसका रुझान बढ़ गया था। वहीं पीड़ित भी सीहोर जिले के एक किसान परिवार से है। पुलिस को उसने बताया कि उसकी कालेज शिक्षा नहीं हुई है। वह लंबे समय से बेरोजगार है।
पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपित ने लिंग परिवर्तन के लिए 18 लाख रुपये पीड़िता की बहन के बैंक खाते में भेजे थे। पीड़िता तब किसी जरूरी का बहाना बनाकर अपनी बहन से रुपये लेती थी। पीड़िता का आरोप है कि रिश्ता खत्म करने के बाद आरोपित लिंग प्रत्यारोपण में खर्च किए रुपयों को वापस मांग रहा है।