
भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। भोपाल स्टेशन से होकर गुजरने वाली मंगला एक्सप्रेस में जल्द ही यात्रा और आरामदायक हो जाएगी। इस ट्रेन में रेलवे आधुनिक सुविधा और सुरक्षा वाले नए कोच लगाने जा रहा है। ये कोच जर्मन कंपनी लिंक हाफमैन बुश के तकनीकी सहयोग से बनाए गए हैं। जिन्हें एलएचबी कोच कहा जाता है। ये जर्करहित और तेज दौड़ने में सक्षम होते हैं।
ट्रेन 12617 मंगला एक्सप्रेस 12 दिसंबर से प्रत्येक रविवार, 13 दिसंबर से प्रत्येक सोमवार और 18 दिसंबर से प्रत्येक शनिवार एलएचबी कोच से चलेगी। वहीं ट्रेन 12618 मंगला एक्सप्रेस 15 दिसंबर से प्रत्येक बुधवार, 16 दिसंबर से प्रत्येक गुरुवार और 21 दिसंबर से प्रत्येक मंगलवार एलएचबी कोच से चलेगी। ये आधुनिक कोच होते हैं जिनमें सामान्य कोचों की तुलना में अधिक यात्री सुविधा होती है। ये तेज गति से दौड़ने में सक्षम होते हैं। दुर्घटना की स्थिति में एक-दूसरे पर नहीं चढ़ते। यात्रियों को कम नुकसान पहुंचता है। आसानी से पटरी नहीं छोड़ते हैं। इनमें आटोमेटिक नियंत्रण सिस्टम काम करता है।
नए कोचों की खासियत
एलएचबी कोच के यह भी फायदे
— एलएचबी कोचों में ट्रेनों के चलने पर इन सामान्य कोचों की तुलना में कम आवाज आती है।
— इनकी साइड फोल्डिंग बर्थ बीच से न झुके, इसके लिए अलग से गद्दीदार बर्थ की व्यवस्था की गई है। ऐसा करने से यात्रियों को कमर संबंधी दर्द नहीं होता है।
— एलएचबी कोचों में आटोमेटिक कंट्रोल सिस्टम होता है, जिसके माध्यम से इन्हें नियंत्रित किया जा सकता है।
— ब्रेकिंग सिस्टम काफी आधुनिक होती है, आपातकालीन स्थिति में जिसके इस्तेमाल से ट्रेन को काफी कम समय में रोका जा सकता है।
— ये कोच पुरानी डिजाइन के कोचों की तुलना में अधिक गति से चलने में सक्षम होते हैं। जब गति अधिक होती है तब भी से आसानी से पटरियों को नहीं छोड़ते हैं, इसलिए ट्रेनों के पलटने जैसी घटनाएं कम होती है।
— इनमें निर्माण के समय से ही कल्पर लगे होते हैं। यह दो कोचों के बीच में लगाए जाते हैंं इनके लगाने से जब भी दुर्घटना होती है तब कोच एक
—दूसरे पर नहीं चढ़ते। जानमाल का नुकसान कम होता है। पुरानी डिजाइन के कोच दुर्घटना के समय एक—दूसरे पर चढ़ जाते थे।
सभी ट्रेनों में लगेंगे एलएचबी कोच
आने वाले पांच साल में सभी ट्रेनों में एलएचबी कोच लग जाएंगे। अभी बहुत ही कम ट्रेनें आधुनिक कोचों से चल रही है। पूर्व में रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से निजामुद्दीन के बीच चलने वाली भोपाल एक्सप्रेस भी पुराने कोच से चलती थी जिसमें एलएचबी कोच लगा दिए गए हैं। जल्द ही रेवांचल एक्सप्रेस में इस तरह के कोच लगाए जाने हैं।