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नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। भोपाल मेट्रो के सुभाष नगर से एम्स स्टेशन तक के प्रायोरिटी कॉरिडोर पर मेट्रो का संचालन शुरू होने की उम्मीदें एक बार फिर अधर में लटक गई हैं। दिल्ली से कमिश्नर मेट्रो रेल सेफ्टी (सीएमआरएस) की टीम अब तक तीन बार निरीक्षण कर चुकी है, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि करीब आठ किलोमीटर लंबा यह कॉरिडोर अभी भी पूरी तरह बनकर तैयार नहीं हो पाया है ।
मेट्रो प्रबंधन ने दो महीने पहले सभी बड़े काम पूरे होने के दावे किये थे, जबकि सुभाष नगर से रानी कमलापति स्टेशन तक करीब चार किलोमीटर के हिस्से में स्टेशन अंदर यात्री सुरक्षा, स्टेशन के नीचे यात्री सुविधा और सड़क की ऊंचाई कम करने जैसे काम अभी भी जारी हैं । ऐसे में प्रबंधन के दावों पर सवाल उठ रहे हैं और यह आशंका जताई जा रही है कि क्या भोपाल मेट्रो को इस बार भी CMRS से ग्रीन सिग्नल मिल पाएगा, जबकि 2025 भी खत्म होने को है। अक्टूबर में संचालन होना था पर नहीं हुआ, नवंबर गुजरने में छह दिन बाकी है। साल खत्म होने में मात्र दिसंबर बचा हुआ है।
यूं तो पूरा प्रायोरिटी कॉरिडोर करीब आठ किलोमीटर लंबा है, लेकिन मेट्रो प्रबंधन ने सुभाष नगर से लेकर रानी कमलापति मेट्रो स्टेशन के सभी काम पूरा होने का दावा दो महीने पहले किया था, लेकिन यहां कार्य चालू हैं। जानकारी के अनुसार, मेट्रो स्टेशन के अंदर यात्री सुरक्षा और मेट्रो स्टेशन के नीचे यात्री सुविधा के काम चल रहे हैं। इस चार किलोमीटर कॉरिडोर पर सुभाष नगर, केवी बोर्ड ऑफिस, एमपी नगर और रानी कमलापति मेट्रो स्टेशन आते हैं।
सड़क की ऊंचाई करने का चल रहा काम कुछ दिनों पहले केवी मेट्रो स्टेशन और मेट्रो डिपो के सामने सड़क की ऊंचाई कम करने का काम शुरू किया गया था। यह काम वर्तमान में भी चल रहा है। इस काम को पूरा होने में कम से कम महीना भर लगेगा। ज्ञात हो कि पूर्व में एमपी नगर मेट्रो स्टेशन के नीचे भी सड़क की ऊंचाई को सड़क खोदकर कम किया गया था।
भोपाल मेट्रो के प्रायोरिटी कारिडोर की नींव 2019 में रखी गई। कोविड-19 के कारण 2020 में काम प्रभावित हुआ। 2021 से दोबारा प्रोजेक्ट का काम शुरू हुआ। 2022-23 तक भोपाल चलनी थी, लेकिन न 2023 में चली न 2024 में अब 2025 भी खत्म होने की कगार पर है।
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