नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। आखिरकार वह घड़ी आ गई है जब भोपाल मेट्रो का सपना साकार होने जा रहा है। जी हां, सुभाष नगर मेट्रो डिपो से लेकर एम्स अस्पताल तक कहे जाने वाले करीब आठ किलोमीटर लंबे प्रायोरिटी कॉरिडोर पर मेट्राे का संचालन शुरू करने के लिए एमपी मेट्रो अंतिम परीक्षा की तैयारियों में जुटा हुआ है। सूत्रों की मानें तो 15 सितंबर के बाद दिल्ली से आने वाली कमिश्नर मेट्रो रेल सेफ्टी (सीएमआरएस) की टीम भोपाल मेट्रो का निरीक्षण करने आ सकती है। इसके लिए मेट्रो बीते कई दिनों से तैयारियों में जुटा हुआ है। हर दिन सीएमआरएस संबंधित कामों के दस्तावेज पोर्टल पर अपलोड किए जा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार डिपो और मेन लाइन के जो काम पूरे हो गए हैं, उनकी फाइलें सीएमआरएस के पोर्टल पर अपलोड की जा चुकी है। सारी फाइलों के अपलोड होने के बाद मेट्रो सीएमआरएस से निरीक्षण के लिए तारीख तय करेगा। इसके बाद सीएमआरएस की टीम भोपाल आएगी। चूंकि अक्टूबर में प्रायोरिटी कारिडोर पर मेट्रो का संचालन किया जाना है। इसके मद्देनजर 30 सितंबर तक प्रायोरिटी कॉरिडोर के सारे काम पूरे करने का लक्ष्य रखा है, ताकि अक्टूबर में भोपाल मेट्रो आम जनता के लिए शुरू की जा सके।
सीएमआरएस की टीम को बुलाने से पहले मेट्रो को प्रायोरिटी कॉरिडोर के सारे दस्तावेज अपलोड करने हैं। जानकारी के अनुसार 600-700 से अधिक दस्तावेज सीएमआरएस के लिए पोर्टल पर अपलोड किए जाते हैं। दस्तावेजों को अपलोड करने का काम एडवांस स्टेज पर चल रहा है।
इंदौर की तरह भोपाल में भी सीएमआरएस की टीम आकर दो बार निरीक्षण करेगी। जिस तरह इंदौर में पहले डिपो का निरीक्षण हुआ और उसके बाद मेन लाइन का निरीक्षण करने के लिए सीएमआरएस की टीम आई थी। ठीक उसी तरह भोपाल में सीएमआरएस की टीम पहले डिपो व ट्रेन का निरीक्षण करेगी। इसके बाद मेन लाइन के निरीक्षण का नंबर आएगा।
नगरीय विकास एवं आवास विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय दुबे ने रविवार सुबह सुभाष नगर डिपो और मेट्रो स्टेशन का निरीक्षण कर सीएमआरएस संबंधी कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। दुबे ने प्रोजेक्ट से संबंधित हर एक पहलू पर मेट्रो अधिकारियों से पूरी परियोजना के क्रियान्वयन, डिजाइनिंग, सिविल वर्क, सिस्टम, वित्त आदि विषयों पर बात की और सुभाष नगर मेट्रो स्टेशन का निरीक्षण कर कॉरिडोर में चल रहे काम को देखा। इस अवसर पर एमडी एस. कृष्ण चैतन्य, सीईओ अंजू अरुण कुमार सहित मेट्रो के अधिकारीगण, जनरल कंसल्टेंट और मेट्रो निर्माण कॉनट्रैक्टर के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
प्रायोरिटी कॉरिडोर पर चल रहे कामों पर मेट्रो का अधिक फोकस है। वर्तमान में स्टेशन कॉनकोर्स लेवल पर कंट्रोल रूम, सिस्टम रूम, आमजन संबंधी सुविधाओं सहित प्लेटफॉर्म लेवल पर काम तेजी से चल रहा है। वहीं डिपो स्थित ऐड्मिन बिल्डिंग मे कंट्रोल रूम, प्रमुख सिस्टम रूम्स इत्यादि सहित प्रमुख साइट्स के काम लगभग पूरे हो चुके हैं।
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