नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। वर्तमान में मध्य प्रदेश के मौसम को प्रभावित करने वाली कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। इससे वर्षा का दौर धीरे-धीरे थमने लगा है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक हवाओं की दिशा भी अब परिवर्तित होने लगी है। इस वजह से तीन-चार दिन में दक्षिण-पश्चिम मानसून के वापस होने का सिलसिला भी शुरू होने के आसार हैं।
उधर मंगलवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक शिवपुरी में एक मिलीमीटर वर्षा हुई। प्रदेश में सबसे अधिक 35.2 डिग्री सेल्सियस तापमान खजुराहो में दर्ज किया गया।
बारिश का दौर थमा
मौसम विज्ञान केंद्र की विज्ञानी विनीता पटवर्धन के मुताबिक अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान शक्ति कमजोर पड़कर गहरे कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होकर ओमान के आसपास बना हुआ है। उत्तरी राजस्थान और उससे लगे हरियाणा पर एक पश्चिमी विक्षोभ प्रेरित कम दबाव के क्षेत्र के रूप में बना हुआ है। उत्तरी ओडिशा के तट से तेलंगाना तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जो आंतरिक ओडिशा से दक्षिणी छत्तीसगढ़ से होकर जा रही है।
इन मौसम प्रणालियों का विशेष प्रभाव नहीं होने के कारण प्रदेश में वर्षा का दौर थमने लगा है। हालांकि वातावरण में काफी नमी रहने के कारण तापमान बढ़ने की स्थिति में कहीं-कहीं छिटपुट बौछारें पड़ सकती हैं।
वापसी का सिलसिला
मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि हवाओं की दिशा भी धीरे-धीरे बदलने लगी है। इस वजह से रात के तापमान में भी कुछ गिरावट होने लगी है। वातावरण से नमी कम होने के कारण बादल भी छंटने लगेंगे। तीन-चार दिन में प्रदेश से मानसून की वापसी का सिलसिला भी शुरू हो सकता है। उधर पिछले 24 घंटों के दौरान मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे तक सिवनी में 73.4, शिवपुरी में 11, टीकमगढ़ में पांच, गुना में दो, दतिया में 1.3 मिमी वर्षा हुई।