भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) की दसवीं व बारहवीं बोर्ड परीक्षा का परिणाम आज दोपहर 01 बजे घोषित होने जा रहा है। चूंकि कोरोना के कारण दो साल बाद स्कूली विद्यार्थियों ने आफलाइन परीक्षा दी है, इसलिए उनके मन में परिणाम को लेकर शंकाएं, चिंताएं भी हैं। आलम यह है कि पिछले कुछ दिनों में माशिमं की हेल्पलाइन 18002330175 पर फोन करने वालों की संख्या दोगुनी हो गई है। अभी रोज करीब 400 से 500 फोन आ रहे हैं। जनवरी से लेकर अब तक परीक्षा से संबंधित करीब 50 हजार फोन आ चुके हैं। 90 फीसद विद्यार्थी रिजल्ट को लेकर ही सवाल कर रहे हैं। इससे पता चलता है कि विद्यार्थियों के मन में रिजल्ट को लेकर तनाव कितना बढ़ गया है। फोन करने वाले अधिकतर विद्यार्थियों का कहना है कि दो साल से परीक्षा का सामना नहीं करना पड़ा, अब बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट आने वाला है। अगर फेल हो गए तो फिर से परीक्षा देनी होगी, इसलिए डर लग रहा है। वहीं कुछ विद्यार्थियों ने पूछा कि अभिभावकों को उनसे काफी उम्मीद है। अगर परिणाम खराब हो गया तो वे कैसे सामना करेंगे। कई विद्यार्थियों ने पूछा कि कुछ पेपर अच्छे नहीं गए हैं तो फेल होने की संभावना है। इस पर काउंसलर विद्यार्थियों के तनाव को दूर कर रहे हैं। साथ ही अभिभावकों को भी सलाह दी जा रही है कि बच्चों का ध्यान रखें। उनका अंकों से आकलन न करें। बता दें कि इस साल 10वीं व 12वीं में करीब 18 लाख विद्यार्थी शामिल हुए हैं।
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अभिभावकों की भी काउंसिलिंग की जा रही है
काउंसलर का कहना है कि इस बार परिणाम को लेकर विद्यार्थियों में डर है। दो साल बाद बोर्ड परीक्षा हुई। इस कारण विद्यार्थी परेशान हैं कि उनका परिणाम उम्मीद के मुताबिक नहीं आएगा। विद्यार्थियों के साथ-साथ अभिभावकों की भी काउंसिलिंग की जा रही है, ताकि वे बच्चों का ध्यान रखें।
इस तरह के पूछ रहे प्रश्न
दसवीं के विद्यार्थी ने पूछा कि मेरा एक पेपर बिगड़ गया था, तो डर लग रहा है, कहीं परिणाम खराब ना हो।
जवाब- आप बिल्कुल घबराएं नहीं, परिणाम अच्छा ही आएगा।
बारहवीं के विद्यार्थी ने पूछा-कुछ पेपर अच्छे नहीं गए हैं तो द्वितीय श्रेणी से पास हो गया तो आगे क्या करूंगा।
जवाब- अब सीखने पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है। हर जगह नामांकन के लिए प्रवेश परीक्षा हो रही है, इसलिए श्रेणी से कोई भी फर्क नहीं पड़ेगा।
बारहवीं के विद्यार्थी ने पूछा-लगता है उसका परिणाम बेहतर नहीं होगा। अभिभावक को उससे बहुत अपेक्षाएं हैं।
जवाब- अभिभावक को समझाएं कि परिणाम बेहतर से कुछ नहीं होगा।
बारहवीं के के विद्यार्थी ने पूछा- अगर परिणाम बेहतर नहीं आएगा तो क्या होगा।
जवाब- जैसा भी परिणाम आए उसे स्वीकार करें और आगे की तैयारी करें।
काउंसलर की सलाह
-अभिभावक बच्चों का अंकों से आकलन न करें।
- कम अंक आने पर उनकी तुलना दूसरे बच्चों के साथ न करें।
- अभिभावक बच्चों पर अच्छे अंक के लिए दबाव ना डालें।
- जैसा भी परिणाम आए, विद्यार्थी स्वीकार करें।
- कभी भी निराश न हो, दोगुने उत्साह से जुट जाएं।
- अंकों से कभी भी अपनी प्रतिभा का आकलन ना करें।
हेल्पलाइन में 90 फीसद से अधिक फोन परीक्षा परिणाम को लेकर आ रहे हैं। अभी एक दिन में करीब 500 फोन आ रहे हैं।
-डा. हेमंत शर्मा, डायरेक्टर, माशिमं
- Shivraj Singh Chouhan (@chouhanshivraj) 29 Apr 2022
- CM Madhya Pradesh (@CMMadhyaPradesh) 29 Apr 2022
- Dr.Narottam Mishra (@drnarottammisra) 29 Apr 2022