नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। पहली बार MP Board की 10वीं व 12वीं की द्वितीय परीक्षा 17 जून से आयोजित की जा रही है। इस बार भी माध्यमिक शिक्षा मंडल ने शांतिपूर्ण परीक्षा कराने के लिए पहली परीक्षा की तरह सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजात किए थे। सभी केंद्रों पर केंद्राध्यक्ष व कलेक्टर प्रतिनिधि की निगरानी में थाना से प्रश्नपत्र निकालने और विद्यार्थियों को वितरण की व्यवस्था बनाई गई थी, लेकिन राजधानी के एक परीक्षा केंद्र पर 12वीं के विद्यार्थियों को 10वीं कक्षा का प्रश्नपत्र दे दिया गया।
विद्यार्थियों को प्रश्नपत्र मिला तो उन्होंने इस बात की जानकारी केंद्राध्यक्ष व पर्यवेक्षक को दी, लेकिन शिकायत के बावजूद भी उनका प्रश्नपत्र बदला नहीं गया। 12वीं के विद्यार्थियों ने गलत पेपर ही देकर आ गए। इसकी शिकायत विद्यार्थियों ने जिला शिक्षा अधिकारी(डीईओ) से की। इसके बाद डीईओ ने केंद्राध्यक्ष व पर्यवेक्षक पर कार्रवाई करने का प्रस्ताव लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआई) को भेज दिया, लेकिन कार्रवाई के नाम पर अब तक विभाग ने केंद्राध्यक्ष सुषमा हेरण व पर्यवेक्षक दीप्ति दुबे को बदल दिया।
एक सप्ताह बाद भी अब तक दोनों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। अरेरा कॉलोनी स्थित शासकीय नवीन उमावि (ओल्ड कैंपियन) में 19 जून को 10वीं व 12वीं का अंग्रेजी का पेपर था। दोनों कक्षा की परीक्षा का समय एक ही है। केंद्र के एक कक्ष में 12वीं के 20 विद्यार्थियों को 10वीं अंग्रेजी का पेपर वितरण कर दिया गया। विद्यार्थियों ने इसकी जानकारी भी दी, लेकिन उनका पेपर बदला नहीं गया। उन्होंने 10वीं का ही पेपर साल्व कर दिया।
'ओल्ड कैंपियन स्कूल में 19 जून को 12वीं के विद्यार्थियों को 10वीं का अंग्रेजी का पेपर वितरण कर दिया गया। इसके लिए केंद्र के केंद्राध्यक्ष सुषमा हिरवे व पर्यवेक्षक दीप्ति दुबे को बदल दिया गया और कार्रवाई करने का प्रस्ताव डीपीआई को भेज दिया है।'
- एनके अहिरवार, डीईओ
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