प्रशांत व्यास, नईदुनिया, भोपाल। मध्य प्रदेश में वन नेशन-वन इमरजेंसी नंबर डायल-112 अब तक पुलिस, फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस जैसी बुनियादी सेवाओं से जुड़ा हुआ है, लेकिन अब इसमें सीएम एयर एंबुलेंस सेवा को भी जोड़ने की तैयारी शुरू हो गई है। इस पहल से गंभीर मेडिकल इमरजेंसी में केवल 112 डायल करने पर मरीज को एयर एंबुलेंस से तुरंत अस्पताल पहुंचाया जा सकेगा।
इससे खासकर दूरस्थ इलाकों और प्राकृतिक आपदा में फंसे लोगों की जान बचाने की संभावनाएं बढ़ेंगी। इसके अलावा स्टेट कमांड सेंटर एनएचएआई एंबुलेंस और आरबीआई करेंसी चेस्ट सेवा को भी डायल-112 से जोड़ने का प्लान तैयार कर रहा है। नेशनल हाईवे पर होने वाले सड़क हादसों में कॉल करते ही नजदीकी हाईवे एंबुलेंस मौके पर पहुंचेगी। जीपीएस से लैस इन एंबुलेंसों को कंट्रोल रूम से ट्रैक किया जाएगा और कालर को लगातार अपडेट मिलेगा।
डायल-112 के माध्यम से जल्द ही आरबीआइ करेंसी चेस्ट सेवा भी इंटीग्रेट की जाएगी। इसका उद्देश्य नकदी से जुड़े अपराधों, कैश वैन पर हमले या करेंसी चेस्ट में किसी आपात स्थिति में पुलिस की त्वरित मदद सुनिश्चित करना है। इस योजना से प्रदेश में आपातकालीन सेवाओं की पहुंच और सुरक्षा प्रणाली दोनों मजबूत होंगी।
डायल-112 के तहत 10 आपात सेवाओं को जोड़ा जा चुका है। एयर एंबुलेंस, एनएचएआई एंबुलेंस और आरबीआइ की करेंसी चेस्ट को इंटीग्रेट करने की भी तैयारी की जा रही है। -नीतू सिंह, एसपी, टेलीकॉम