
राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। प्रदेश में ऑनलाइन सेवा की बड़ी शुरुआत शनिवार को राज्य के स्थापना दिवस पर हो गई। अब प्रदेश के लोगों को 1700 तरह की सेवाएं एक पोर्टल और एप से मिल सकेंगी। ई-सेवा पोर्टल का शुभारंभ शनिवार को भोपाल के रवीन्द्र भवन से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 'विजन डाक्यूमेंट-2047' (अभ्युदय मध्य प्रदेश) के विमोचन अवसर पर किया। पहले चरण में 25 विभागों की 500 तरह की सेवाओं को इसमें सम्मिलित किया गया है। तीन माह बाद सभी सेवाएं एक स्क्रीन पर आ जाएंगी।
इससे मध्य प्रदेश देश में पहला ऐसा राज्य बन गया है, जहां सभी सरकारी नागरिक सेवाएं एक पोर्टल से मिलेंगी। आवेदन करने से लेकर, उसकी जानकारी, सेवाओं की स्थिति, शिकायत और प्रमाण पत्र की व्यवस्था भी इस पोर्टल और एप पर रहेगी। पारदर्शिता और सुविधा के लिए एआइ का भी उपयोग किया जाएगा। एआइ बता देगा कि कोई भी नागरिक कौन-कौन सी सेवाएं ले रहा है। मोबाइल नंबर से लिंक आधार कार्ड और समग्र आइडी से पोर्टल नागरिक का पुराना डाटा जैसे नाम, पता आदि खोज लेगा, जिससे आवेदन में यह जानकारी नहीं भरनी होगी। ई-सेवा ' विजन डाक्यूमेंट' 2047 का अंश है। कार्यक्रम में नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मेरी कोशिश है कि मध्य प्रदेश अभाव वाला नहीं, अपार संभावनाओं वाला राज्य बने। उज्जैन में ऐसे घाट बनाए जा रहे हैं कि सिंहस्थ में 30 घंटे के अंदर पांच करोड़ लोग स्नान कर सकें। भोपाल और इंदौर को मेट्रोपोलिटन सिटी बना रहे हैं। ग्वालियर और जबलपुर को भी बनाएंगे। इन्वेस्टर्स समिट में 30 लाख करोड़ से अधिक के निवेश आए।
बड़ी बात है कि इनमें आठ लाख करोड़ के निवेश प्रस्तावों पर काम प्रारंभ हो गया है। पीपीपी मॉडल से मेडिकल कॉलेज बना रहे हैं। आने वाले समय में हम तकनीकी विश्वविद्यालय खोलेंगे, जिससे लोगों को रोजगार से जोड़ा जा सके। प्रत्येक विधानसभा में एक स्टेडियम और वहीं पर हेलीपैड बना रहे हैं। असम से जंगली भैंसा लाएंगे। गैंडा और किंग कोबरा भी हम लेकर आने वाले हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ओंकारेश्वर को प्रदेश का 27वां अभयारण्य बनाने की भी घोषणा की।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि वर्ष 2014 में 74 एयरपोर्ट के आज 164 हो गए हैं। हर 45 दिन में एक एयरपोर्ट बनाया गया। भारत में 800 एयरक्राफ्ट है और 1700 के ऑर्डर विभिन्न कंपनियों दे चुकी हैं। एयरपोर्ट ज्यादा हो गए पर उतने एयरक्राफ्ट नहीं है। जैसे-जैसे एयरक्राफ्ट बनेंगे तो छोटे शहर भी जुड़ते जाएंगे। 10 से 15 प्रतिशत की विकास दर इस क्षेत्र में होगी। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में अच्छा सा लॉजिस्टिक हब बन सकता है। रेलवे, रोडवेज, एयरवेज और जल परिवहन को जोड़कर ऐसा हब मध्य प्रदेश में बनाने के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर काम करेगी।
धार्मिक व पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण प्रदेश के नौ स्थानों के लिए सेवा प्रारंभ होगी। शनिवार को भोपाल से उज्जैन के लिए इसका शुभारंभ भोपाल एयरपोर्ट से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री के राममोहन नायडू ने किया। इंदौर, ओंकारेश्वर, उज्जैन, भोपाल, मढ़ई ,पचमढ़ी, जबलपुर, वांधवगढ़ और कान्हा के लिए यह सेवा मिलेगी। 20 नवंबर से नियमित सेवाएं प्रारंभ होंगी।
उज्जैन की दताना हवाई पट्टी को हवाई अड्डा बनाया जाएगा। यह प्रदेश का नौवां एयरपोर्ट बनेगा। इसके लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और एमपी सरकार के बीच एमओयू हुआ। सिंहस्थ के पहले इसे प्रारंभ करने का लक्ष्य है।
रीवा-दिल्ली उड़ान : एलाइंस एयर के साथ एमपी पर्यटन विभाग का एमओयू हुआ। 15 नवंबर से सप्ताह में तीन दिन रीवा-दिल्ली विमान सेवा प्रारंभ होगी।
रीवा-इंदौर उड़ान: इंडिगो को लेटर आफ अवार्ड दिया गया। 15 नवंबर से प्रतिदिन यह सेवा मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने निवेश से जुड़ी प्रक्रियाओं को सरल बनाने के लिए 3.0 पोर्टल का शुभारंभ किया, जिससे निवेशकों को आसानी होगी।
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत 'वॉश ऑन व्हील ' की सुविधा प्रदेश भर में प्रारंभ की गई है। डब्ल्यूओडब्ल्यू एप के माध्यम टॉयलेट क्लीनिंग के लिए बुकिंग कर स्वच्छता साथी को बुलाया जा सकेगा। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने छिंदवाड़ा में यह मॉडल अपनाया था।