नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। दक्षिण-पश्चिम मानसून तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसी क्रम में मानसून ने तय समय से पांच दिन पहले मंगलवार को गोवा में अपनी मौजूदगी दर्ज करा दी है। उसे आगे बढ़ने के लिए बंगाल की खाड़ी के साथ ही अरब सागर से भी अच्छी ऊर्जा मिल रही है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक मौजूदा स्थिति को देखते हुए मानसून 10 से 12 जून तक प्रदेश में दस्तक दे सकता है। इधर, वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर तीन मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। हवाओं का रुख भी पश्चिमी एवं दक्षिणी बना हुआ है।
हवाओं के साथ नमी आने के कारण तपिश से काफी हद तक राहत मिल गई है। वातावरण में नमी बढ़ने के कारण प्रदेश में मानसून पूर्व की गतिविधियों में भी तेजी आने लगी है। बुधवार को भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर संभाग के जिलों में कई स्थानों पर एवं इंदौर संभाग में कहीं-कहीं वर्षा होने के आसार हैं।
मंगलवार को निवाड़ी में सर्वाधिक 46.3 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ ईरान के आसपास द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इसके अतिरिक्त गुजरात के मध्य में भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि मंगलवार को मानसून समय से पहले गोवा पहुंच गया है।
बंगाल की खाड़ी के अलावा अरब सागर से भी लगातार ऊर्जा मिलने के कारण मानसून के मध्य प्रदेश में भी 10 से 12 जून तक आने की संभावना है। उधर, मानसून आने की उलटी गिनती शुरू होने से प्रदेश में मानसून पूर्व की गतिविधियां भी तेज होने लगी हैं। वातावरण में नमी बढ़ने के कारण मंगलवार को भोपाल, धार में वर्षा हुई। बुधवार को भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर संभाग के जिलों में कई स्थानों पर एवं इंदौर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा होने की संभावना है। बुधवार से प्रदेश को लू से भी राहत मिलने की उम्मीद है।