
नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। अशोकागार्डन के पातरा नाले में बोरे में मिले शव की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। 62 वर्षीय सईद रशिदी की हत्या ब्याज की राशि वसूलने को लेकर की गई थी। उसने काजीकैम्प क्षेत्र के एक रेस्टोरेंट संचालक आमिर खान को दो लाख रुपये ब्याज पर दिए थे। उसने समय पर राशि नहीं लौटाई तो सईद बीते कई दिनों से उसे मारने की और उसकी बीवी को उठा लेने की धमकी देता था।
बीते 17 अक्टूबर को भी सईद आमिर के पास ब्याज के रुपये वसूलने के लिए उसके घर गया था। तब आमिर ने अपने घर में चाकू से गला रेतकर उसकी हत्या कर दी थी और फिर उसी रात में अपने एक साथी के साथ शव को बोरे में भरकर उसे अशोकागार्डन के पातरा नाले में फेंक दिया था। सईद के स्वजनों ने 18 अक्टूबर को उसकी गुमशुदगी हनुमानगंज थाने में दर्ज करवाई थी। वहीं, 21 अक्टूबर को अशोकागार्डन पुलिस को उसका शव नाले में पड़ा मिला था। अगले दिन शव की पहचान की गई थी, साथ ही केस डायरी हनुमागंज थाने ट्रांसफर की गई थी।
पुलिस ने हत्या के आरोप में आमिर और उसके दोस्त बिट्टू नामदेव को गिरफ्तार किया है। डीसीपी जोन-3 अभिनव चौकसे के अनुसार, 62 वर्षीय सईद रशिदी निशातपुरा क्षेत्र की सईद कालोनी में रहता था। वह पेशे से प्रॉपर्टी डीलर और सूदखोर था, जो कि पुराने शहर में कई छोटे व्यापारियों को ब्याज पर रुपये देता था। उसने काजीकैम्प में कवाब पराठे का रेस्टोरेंट चलाने वाले 26 वर्षीय आमिर को भी दो लाख रुपये दिए थे। ब्याज के रुपये वापस न करने को लेकर उसका आमिर से कई दिनों से विवाद चल रहा था।
17 अक्टूबर को सईद रुपये वसूलने उसके काजीकैम्प गली नंबर चार स्थित घर गया था। तब इसी बात पर विवाद होने को लेकर आमिर ने गला रेतकर हत्या कर दी थी। उसने बिट्टू के साथ शव को ठिकाने लगा दिया था। उधर शव की पहचान होने के बाद पुलिस ने परिजनों के बयान के आधार पर सईद से रुपयों के लेनदेन करने वालों को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। इससे पुलिस को जानकारी मिली कि 17 अक्टूबर को सईद कहां-कहां गया था। सभी संदिग्धों से पूछताछ के बाद आमिर की भूमिका संदिग्ध पाई गई तो उसने वारदात को कबूला है।