राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। मध्य प्रदेश पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में अपनी जगह सॉल्वर बैठाकर सफल होने वाले अभ्यर्थियों की संख्या 31 तक पहुंच गई है। 10 दिन के भीतर अलग-अलग जिलों में सात केस दर्ज किए गए हैं। ज्वाइन करने पहुंचे अभ्यर्थियों से उनके आधार बायोमैट्रिक (फिंगर प्रिंट) में बार-बार परिवर्तन कराने की जानकारी उनकी सहमति से निकाली गई।
उनके फिंगर प्रिंट में आवेदन से लेकर ज्वाइनिंग के पहले तक परिवर्तन मिला उनसे कड़ाई से पूछताछ की गई, जिसमें फर्जीवाड़ा सामने आया। परीक्षा लेने वाली एजेंसी कर्मचारी चयन मंडल ने 6423 अभ्यर्थियों की चयन सूची इस साल अप्रैल में जारी की थी। चयनित अभ्यर्थियों की ज्वाइनिंग 14 मई तक हो जानी थी। इसके बाद भी इक्का-दुक्का अभ्यर्थियों की ज्वाइनिंग होती रही।
पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों ने बताया कि अभी भी दो हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने ज्वाइन नहीं किया है। संबंधित जिलों के पुलिस अधीक्षकों से कहा गया है कि ज्वाइन नहीं करने वालों से कारण पूछा जाए। संदेह है कि इनमें कुछ अभ्यर्थी फर्जीवाड़ा करने वाले भी हो सकते हैं, जो पकड़े जाने के डर से ज्वाइनिंग के लिए नहीं आ रहे होंगे।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2023 में आरक्षकों के 7411 पदों पर भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ हुई थी। 27 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण के विवाद के कारण 13 प्रतिशत पद रोके गए। कुछ आरक्षित पदों पर भर्ती नहीं हो पाई। इस तरह 6423 अभ्यर्थियों की चयन सूची जारी की गई थी।
नवंबर 2024 में शारीरिक दक्षता परीक्षा के दौरान मुरैना में पांच अभ्यर्थियों की जगह दूसरे लोग सम्मिलित हुए जो पहचान उजागर होने पर पकड़े गए। तभी पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों और विशेष सशस्त्र बल की बटालियनों को निर्देश दिए थे कि ज्वाइनिंग के समय अभ्यर्थियों की सहमति से उनकी आधार बायोमैट्रिक अपडेट कराने की जानकारी निकाली जाए।
फर्जीवाड़ा करने वाले अभ्यर्थियों ने बीच में आधार अपडेट करा अपने नाम के साथ सॉल्वर का बायोमैट्रिक जुड़वा लिया। ज्वाइनिंग के पहले फिर परिवर्तन कराकर अपना जुड़वा लिया, जिससे पकड़े गए। अभी तक नौ जिलों में इस तरह का फर्जीवाड़ा सामने आया है। आधार में परिवर्तन के लिए कियोस्क संचालकों की भी मिलीभगत रही। उनके विरुद्ध भी एफआईआर कर दो को गिरफ्तार किया गया है।
अभी तक 31 एफआईआर अलग-अलग जिलों में पंजीबद्ध की गई हैं। विवेचना के आधार पर नए आरोपितों के विरुद्ध प्रकरण पंजीबद्ध किया जा रहा है। सॉल्वरों की भी गिरफ्तारी की जा रही है।- सोनानी मिश्रा, एडीजी चयन