नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में बने चक्रवात और मानसून द्रोणिका गुजरने की वजह से प्रदेश के कई जिलों में भारी वर्षा की स्थिति बनी हुई है। शनिवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक यानी नौ घंटे में इंदौर में 78 मिलीमीटर झमाझम वर्षा हुई। इसी तरह, खरगोन में यहां 24 घंटे में 152.6 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। इंदौर और खरगोन में रिकॉर्ड भारी वर्षा से सब तरफ जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, रविवार को भोपाल एवं नर्मदापुरम संभाग के जिलों में भारी वर्षा होने की संभावना है। ग्वालियर, चंबल, सागर एवं जबलपुर संभाग में भी मध्यम स्तर की वर्षा हो सकती है। शेष क्षेत्रों में हल्की वर्षा होने के आसार हैं। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान रतलाम में 17, सिवनी में 14.2, मलाजखंड में 13.8, मंडला में 11.8, ग्वालियर में 10.3, नर्मदापुरम में 10, बैतूल में 9.6, खंडवा में नौ, उज्जैन में सात, सागर में 4.8, पचमढ़ी एवं टीकमगढ़ में दो, नरसिंहपुर में एक मिमी. वर्षा हुई।
मौसम विज्ञान के विज्ञानी अभिजीत चक्रवर्ती ने बताया कि मानसून द्रोणिका वर्तमान में बीकानेर, कोटा, सिवनी, दुर्ग, भवानीपटना, गोपालपुर से होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। मध्य पाकिस्तान और उससे लगे पंजाब पर एक प्रभावी पश्चिमी विक्षोभ चक्रवात के रूप में बना हुआ है। अलग-अलग स्थानों पर बनी इन मौसम प्रणालियों के असर से प्रदेश के अधिकतर जिलों में तीन-चार दिन तक हल्की से मध्यम वर्षा का सिलसिला बना रहेगा। इस दौरान कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है।
मालवा-निमाड़ अंचल में शुक्रवार रात और शनिवार को हुई वर्षा से नदी-नाले उफान पर आ गए। मांगरूल मार्ग में नाला पार करने के दौरान हरिराम भालसे बह गया। शनिवार को उसका शव मिला। भीकनगांव के सेल्दा पंचायत क्षेत्र में रूपारेल नदी पार कर रहे शिवराम भी बह गया। एनडीआरएफ की टीम सर्चिंग कर रही है। बड़वानी जिले में बाढ़ से कई जगह रास्ते अवरुद्ध हुए तो पुल-पुलियाएं क्षतिग्रस्त हो गई। ओझर में डेब नदी के पुल से कई फीट ऊपर से बाढ़ का पानी बह निकला।
यहां तटीय बस्तियों में लोगों के घर व दुकानों में पानी घुस गया। गुमटियां बह गई। एक ट्रैक्टर भी बह गया। लगातार हो रही वर्षा और ऊपरी छोर पर बने बांधों के गेट खोलकर जल निकासी करने तथा सरदार सरोवर बांध के गेट बंद रखे जाने से तटीय क्षेत्र में बैकवाटर अगस्त में ही रिकार्ड 136.50 मीटर तक पहुंच गया। इससे अब डूब का उच्च लेवल मात्र 2 मीटर शेष बचा है। बुरहानपुर का नेपानगर क्षेत्र पानी-पानी हो गया।
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बैतूल में रपटे से बही कार, दो लोगों को पुलिस ने बचाया बैतूल जिले के चोपना थाना क्षेत्र के ग्राम बटकीडोह के पास भडंगा नदी में वर्षा के बाद तेज बहाव से शुक्रवार रात दो युवक कार निकालने की कोशिश में बह गए। बाद में पुलिस ने किसी तरह उन्हें बाहर निकाला। यहां भडंगा नदी में बाढ़ आ गई है। पानी रपटे के ऊपर बह रहा है।
दमोह में आकाशीय बिजली गिरने से महिला की मौत महाकोशल-विंध्य के कई जिलों में बादलों की आवाजाही होती रही। दमोह के तेजगढ़ में दोपहर के बाद अचानक तेज वर्षा हुई और सिमरिया ग्राम में खेत में आकाशीय बिजली गिरने से सोमवती की मौत हो गई।