नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। प्रदेश में बारिश का एक और दौर कल से शुरू होने वाला है। अभी ओडिशा और पश्चिम बंगाल की तरफ बने ऊपरी हवा के चक्रवात की वजह से रुक-रुक कर बारिश हो रही है। यह सिस्टम अगले 48 घंटों में कम दबाव के क्षेत्र में बदल जाएगा, जिसके बाद पूरा प्रदेश एक बार फिर जोरदार बारिश में भीगेगा। मौसम विज्ञानी के अनुसार, सोमवार को प्रदेश के पश्चिमी इलाकों में कहीं तेज, तो कहीं हल्की बारिश हुई।
पूर्वी मध्य प्रदेश के इलाकों में बूंदाबांदी और हल्की बारिश हुई। प्रदेश में सोमवार सुबह साढ़े आठ बजे से लेकर शाम साढ़े पांच बजे तक सबसे अधिक बारिश राजधानी भोपाल में (सात मिमी) दर्ज हुई। इसके अलावा इंदौर और श्योपुर में चार मिमी, रतलाम में तीन, पचमढ़ी और छिंदवाड़ा में दो-दो मिमी बारिश हुई। मंगलवार को ऐसा ही मौसम रहेगा। इसके अगले 24 घंटों में पश्चिमी मध्य प्रदेश में तेज बारिश की संभावना है।
शहर -- अधिकतम -- न्यूनतम
भोपाल -- 28.2 --- 23.0
इंदौर -- 26.9 -- 24.4
ग्वालियर -- 32.5 -- 25.3
जबलपुर -- 29.9 -- 23.0
नोट - तापमान डिग्री सेल्सियस में
राजस्थान में भारी बारिश से राहत और वहां से चंबल नदी में छोड़े जा रहे पानी में कमी के बावजूद ग्वालियर अंचल में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। जनजीवन अस्त-व्यस्त है। कई गांवों में मकान गिरने और फसल जलमग्न होने की स्थिति बनी हुई है। भिंड में चंबल नदी खतरे के निशान (119.80 मीटर) से 3.79 मीटर ऊपर बह रही है। इससे अटेर तहसील के ग्रामीण क्षेत्रों का संपर्क कटा हुआ है। मुरैना में रात भर में 65 मिलीमीटर वर्षा से चंबल के बाद क्वारी नदी में भी उफान आ गया, जिससे कई रपटे-पुलिया डूब गए। 30 से अधिक गांवों का आवागमन ठप हो गया। सांक नदी का जलस्तर बढ़ने से एक युवक फंस गया, जिसका रेस्क्यू किया गया।
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