नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। ईको-टूरिज्म व साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड दो महोत्सव आयोजित कर रहा है। गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट का चौथा संस्करण 12 सितंबर से मंदसौर जिले के गांधीसागर डैम पर और कूनो फॉरेस्ट रिट्रीट का दूसरा संस्करण पांच अक्टूबर से श्योपुर जिले के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में होगा।
मध्य प्रदेश के पर्यटन मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी ने मंगलवार को कुशाभाऊ ठाकरे अंतरराष्ट्रीय सभागार में पत्रकार वार्ता में कहा कि ये आयोजन केवल पर्यटन नहीं, बल्कि प्राकृतिक धरोहर, सांस्कृतिक समृद्धि और पर्यावरण संरक्षण को जोड़ने का प्रयास हैं। इनसे स्थानीय समुदायों को रोजगार भी मिलेगा।
अपर मुख्य सचिव शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि गांधीसागर और कूनो अनुभव-आधारित पर्यटन के उदाहरण हैं, जहां ग्लेम्पिंग, पैरासेलिंग, पैरामोटरिंग, जेट स्की, हाट एयर बैलूनिंग, जंगल सफारी, नाइट वाक और स्टार गेजिंग जैसी गतिविधियां पर्यटकों को आकर्षित करेंगी।
उन्होंने कहा कि दोनों जगह फेस्टिवल 90 दिनों तक चलेंगे, लेकिन टेंट सिटी आल टाइम है। इन आयोजनों को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि पर्यटन के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण, स्थानीय समुदायों की भागीदारी और सतत विकास को प्राथमिकता दी जाए।
चंबल नदी पर बने डैम के बैकवाटर क्षेत्र में 50 टेंट सिटी, जल-थल-वायु रोमांचक गतिविधियां, बोट सफारी, बोट स्पा, बटरफ्लाई गार्डन व राक गार्डन में स्टोरी टेलिंग मुख्य आकर्षण हैं।
चीतों की वापसी के बाद कूनो अब वेलनेस व इको-टूरिज्म का केंद्र बन रहा है। यहां 25 टेंट सिटी, जंगल सफारी, योग-ध्यान सत्र, विलेज टूर, हाट एयर बैलूनिंग, स्टार गेजिंग और नया चीता इंटरप्रिटेशन सेंटर पर्यटकों को विशेष अनुभव देंगे।