
नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। राजस्थान की तरफ से लगातार आ रही सर्द एवं शुष्क हवाओं के प्रभाव से प्रदेश के मध्य क्षेत्र में ठिठुरन बनी हुई है। बुधवार को प्रदेश में रात का सबसे कम 4.9 डिग्री सेल्सियस तापमान उमरिया में रिकार्ड किया गया। भोपाल, रायसेन, राजगढ़, विदिशा, सीहोर, शाजापुर, शहडोल जिलों में शीतलहर एवं इंदौर जिले में तीव्र शीतलहर का प्रभाव रहा।
24 शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम रहा। दिन का सबसे अधिक 30.1 डिग्री सेल्सियस तापमान खंडवा में दर्ज किया गया। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक गुरुवार को भोपाल, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, इंदौर, शाजापुर जिलों में शीतलहर का प्रभाव रह सकता है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में पूर्व एवं उत्तर-पूर्व भारत पर 12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर लगभग 222 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से जेट स्ट्रीम हवाएं चल रही हैं। 13 दिसंबर को एक पश्चिमी विक्षोभ के हिमालयी क्षेत्र में सक्रिय होने की संभावना है। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी वीएस यादव ने बताया कि वर्तमान में राजस्थान की तरफ से लगातार आ रही सर्द हवाओं के कारण प्रदेश के मध्य भाग में ठिठुरन बनी हुई है।
इस तरह की स्थिति अभी तीन दिनों तक बनी रह सकती है। इस दौरान भोपाल, इंदौर, राजगढ़, शाजापुर में शीतलहर का प्रभाव बना रह सकता है। उसके बाद न्यूनतम तापमान में कुछ बढ़ोतरी होने की संभावना है। मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि 13 दिसंबर को पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने पर हवाओं का रुख पूर्वी होने की संभावना है। उसके प्रभाव से रात के तापमान में बढ़ोतरी होने के कारण प्रदेश को शीतलहर से राहत मिल सकती है।