नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर में बनी मौसम प्रणालियों के असर से मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं वर्षा हो रही है। इसी क्रम में शुक्रवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक सीधी में 54, रीवा में 35, सतना में 24, रतलाम में पांच, उमरिया में दो मिलीमीटर वर्षा हुई।
इन जिलों में होगी बारिश
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक शनिवार को रीवा, शहडोल, जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है। भोपाल-इंदौर संभाग के जिलों में हल्की वर्षा होने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी एचएस पांडे ने बताया कि वर्तमान में अवदाब का क्षेत्र ओडिशा और उससे लगे छत्तीसगढ़ के आसपास बना हुआ है। इसके शनिवार को छत्तीसगढ़ तक पहुंचकर गहरे कम दबाव के क्षेत्र में बदलने की संभावना है।
अरब सागर में एक गहरा अवदाब का क्षेत्र बना हुआ है। उत्तर-पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ रही इस मौसम प्रणाली के शनिवार तक गंभीर चक्रवाती तूफान में परिवर्तित होने के आसार हैं।
ओडिशा और उससे लगे छत्तीसगढ़ के आसपास बने अवदाब के क्षेत्र से लेकर उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जो छत्तीसगढ़ से होकर गुजर रही है। उत्तर-पश्चिमी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। इसके अतिरिक्त एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास द्रोणिका के रूप में बना हुआ है।
इसके प्रभाव से शनिवार को प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है। शेष क्षेत्रों में हल्की बौछारें पड़ सकती हैं। हालांकि इस मौसम प्रणाली के उत्तर, उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने के कारण वर्षा का विशेष लाभ मिलने की संभावना कम है।
मौसम विभाग के अनुसार
मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि इस मौसम प्रणाली के गुजरने के साथ ही मानसून वापसी की प्रक्रिया भी शुरू होने के संकेत मिलने लगे हैं। उधर पिछले 24 घंटों के दौरान शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे तक नर्मदापुरम में 15.7, दतिया में 13.2, नरसिंहपुर में 12 मिमी. वर्षा हुई।