नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। अलग-अलग स्थानों पर तीन मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। हवाओं का रुख भी लगातार दक्षिण-पश्चिमी बना हुआ है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक हवाओं के साथ लगातार नमी आने के कारण प्रदेश के अधिकतर जिलों में बारिश हो रही है। रविवार, सोमवार को ग्वालियर, चंबल, सागर, जबलपुर, रीवा, शहडोल संभाग के जिलों में मध्यम स्तर की बारिश होने की संभावना है। इस दौरान कहीं-कहीं भारी बारिश भी हो सकती है।
मध्य प्रदेश के 31 जिलों जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी, अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया, गुना, ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर, भिंड, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, मऊगंज, मैहर, छतरपुर, दमोह, पन्ना, सागर, टीकमगढ़, निवाड़ी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया में आज कहीं-कहीं तेज बारिश हो सकती है।
शनिवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक सीधी में 45, शिवपुरी में 18, गुना में 13, श्योपुर में 11, मंडला एवं पचमढ़ी में छह-छह, नर्मदापुरम में तीन, रीवा, सागर एवं टीकमगढ़ में दो- दो, भोपाल, रतलाम, नरसिंहपुर एवं उमरिया में एक-एक मिलीमीटर बारिश हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में बंगाल के गांगेय क्षेत्र एवं आसपास एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। इसके झारखंड से होते हुए पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने की संभावना है। मानसून द्रोणिका श्रीगंगानगर, ग्वालियर, बांद्रा, डेहरी, पश्चिम बंगाल में बने कम दबाव के क्षेत्र से होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है।
उत्तरी मध्य प्रदेश के मध्य भाग और उससे लगे दक्षिण उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। 25 अगस्त को बंगाल की खाड़ी में एक नए कम दबाव के क्षेत्र के बनने की संभावना है। मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के प्रभाव से उत्तरी मध्य प्रदेश में रुक-रुककर मध्यम स्तर की बारिश होने का सिलसिला अभी बना रहेगा। शेष स्थानों पर भी हल्की बौछारें पड़ सकती हैं।
उधर पिछले 24 घंटों के दौरान शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक श्योपुर में 128.8 मिमी (पांच इंच), जबलपुर में 66.5, पचमढ़ी में 50.4, मंडला में 45, मलाजखंड में 44, गुना में 35.6, नरसिंहपुर में 31, ग्वालियर में 21.1, नर्मदापुरम में 18.1, रतलाम में 14, सीधी में 13.6, छिंदवाड़ा में 13, इंदौर में 12, सिवनी में 11.6, टीकमगढ़ एवं शिवपुरी में 11, दमोह में 10 मिमी. बारिश हुई।