
अंजली राय, नईदुनिया, भोपाल। सोशल मीडिया पर प्रसारित होने वाली रील आम जनजीवन और पारिवारिक रिश्तों पर गहरा प्रभाव डाल रही हैं। हाल ही में भोपाल के कुटुंब न्यायालय में दो ऐसे मामले सामने आए, जिनमें रील की वजह से हंसते-खेलते परिवार बिखरने की स्थिति में आ गए। रील में दिखाई जाने वाली भ्रामक खूबियों को अपनी पत्नियों में तलाशना पतियों पर भारी पड़ रहा है, जिससे नौबत विवाह विच्छेद (तलाक) तक पहुंच गई है। फिलहाल, न्यायालय की काउंसलर दंपतियों को समझाकर इन रिश्तों को बचाने का प्रयास कर रही हैं।
एक व्यवसायी पति ने सोशल मीडिया रील से प्रभावित होकर अपनी पत्नी पर बाल लंबे करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। रील में दावा किया गया था कि लंबे बाल वाली पत्नी 'भाग्यशाली' होती है। इस धारणा से पति इतना ग्रसित हुआ कि उसने ऑनलाइन हेयर एक्सपर्ट से दवाइयाँ मंगवा लीं और पत्नी को इस्तेमाल करने के लिए मजबूर किया।
पत्नी का पक्ष: पत्नी का कहना है कि पति रील देखकर उसे बदलने का प्रयास कर रहा है और बालों पर प्रतिमाह हजारों रुपये खर्च करने को तैयार है, लेकिन इसके लिए उसे अपनी पूरी दिनचर्या बदलनी पड़ रही है।
पति का तर्क: पति का कहना है कि लंबे बाल सुंदरता बढ़ाते हैं और चूंकि उसके व्यवसाय में घाटा हो रहा था, इसलिए उसे लगा कि पत्नी के बाल लंबे होने से भाग्य बदल जाएगा। फिलहाल पत्नी मायके में है और मामला काउंसलिंग के अधीन है।
दूसरे मामले में एक निजी कंपनी में मैनेजर पति अपनी पत्नी के नैन-नक्श को लेकर कटाक्ष करने लगा। शादी के छह साल बाद और एक साढ़े चार साल की बेटी होने के बावजूद, पति ने रील देखकर यह मान लिया कि अच्छे नैन-नक्श वाली महिला ही लक्ष्मी का रूप होती है।
पत्नी का पक्ष: पत्नी के अनुसार, उनकी अरेंज मैरिज हुई थी और पति ने उसे देखने के बाद ही पसंद किया था। अब पति सबके सामने उसके चेहरे की बनावट को लेकर 'बॉडी शेमिंग' वाले कमेंट करते हैं और ताना मारते हैं। इस अपमान से तंग आकर पत्नी ने तलाक लेने का मन बना लिया है।
पति का तर्क: पति का कहना है कि उसने यह सब हंसी-मजाक में कहा था, जिसे पत्नी ने जबरन विवाद का रूप दे दिया है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेषज्ञों ने इंटरनेट मीडिया के प्रति बढ़ते जुनून को समाज के लिए खतरा बताया है:
शैल अवस्थी (काउंसलर, कुटुंब न्यायालय): "दोनों मामलों में पति रील से अत्यधिक प्रभावित और असुरक्षा की भावना से ग्रसित नजर आ रहे हैं। इंटरनेट मीडिया रिश्तों में दरार पैदा कर रहा है। हम काउंसलिंग के जरिए समझौता कराने का प्रयास कर रहे हैं।"
शशांक शेखर (समाजशास्त्री): "इंटरनेट मीडिया के प्रति बढ़ते आकर्षण के कारण दंपती पुरानी परंपराओं और सामाजिक ताने-बाने से विमुख हो रहे हैं। छोटी-छोटी बातें अब रिश्तों में दरार पैदा कर रही हैं, जिन्हें बचाने की सख्त आवश्यकता है।"
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