नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। कोहेफिजा स्थित संभाग कमिश्नर संजीव सिंह के दफ्तर में गुरुवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब विदिशा जिले के गंजबासौदा तहसील के बेहलोट गांव निवासी बुजुर्ग राम सिंह अहिरवार ने वेटिंग रूम में पेट्रोल डालकर आग लगा दी। अचानक भड़की आग और उठते धुएं के चलते दफ्तर में मौजूद कर्मचारी और आम नागरिक जान बचाने भागे। हंगामा बढ़ता देख मौके पर तैनात नगर सैनिकों ने किसी तरह बुजुर्ग को वेटिंग रूम से बाहर निकाला।
घटना के बाद कमिश्नर ने राम सिंह को कोहेफिजा पुलिस के हवाले कर दिया। हालांकि देर रात तक उनके खिलाफ कोई अपराध दर्ज नहीं हुआ था। शाम को कमिश्नर ने दोबारा उन्हें दफ्तर बुलाकर उनकी समस्या की जानकारी ली। जमीन विवाद बना तनाव की वजहराम सिंह अहिरवार ने बताया कि उनकी मां शक्करिया के नाम से सियारी गांव में 0.897 हेक्टेयर जमीन पट्टे पर आवंटित हुई थी।
वर्ष 1999 में यह पट्टा निरस्त कर दिया गया और 2001 में जमीन को शासकीय रास्ता मद में दर्ज कर दिया गया। तभी से राम सिंह जमीन को लेकर अफसरों के चक्कर काट रहे हैं। उनका कहना है कि उन्होंने अब तक 12 बार सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई और गंजबासौदा एसडीएम कार्यालय में भी कई बार आवेदन दिए, लेकिन किसी ने उनकी समस्या का समाधान नहीं किया।
इस प्रकरण से संबंधित दस्तावेज तहसीलदार से निकलवाए गए हैं। उनका अध्ययन करने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। - संतोष बिटोलिया, एसडीएम
इसे भी पढ़ें... 'अब तुम आजाद हो बेटू, गुडबाय' पति को डराने के लिए वाट्सएप पर डाला स्टेटस, पुलिस घर पहुंची तो पत्नी के होश उड़े