नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। राजधानी की अतिसुरक्षित जोन में शामिल चार इमली इलाके में आइएएस, आइपीएस, आइएफएस समेत कई मंत्री और विधायकों का निवास है, वहां मंगलवार रात प्रदेश सरकार के पुलिस आइजी इंटेलीजेंस के हाथ से बाइक सवार बदमाश मोबाइल छीन कर फरार हो गए। घटना के बाद आइजी का एक मोबाइल पुलिस को मिल गया है, जबकि दूसरे मोबाइल की आखिरी लोकेशन पुलिस ने ट्रेस कर ली है।
लेकिन लोकेशन सटीक न होने के कारण पुलिस तीन थाना क्षेत्रों की झुग्गी बस्तियों में उलझ कर रह गई है। क्राइम ब्रांच समेत पूरे शहर की पुलिस टीमें आरोपितों की तलाश मेें जुटी हुई हैं। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। फिलहाल पुलिस ने पांच संदेहियों को हिरासत में ले रखा है। पुलिस के मुताबिक पुलिस मुख्यालय में तैनात 2004 बैच के आइपीएस और आइजी इंटेलिजेंस डा आशीष रात में अपनी पत्नी के साथ चार इमली स्थित अपने बंगले के बाहर टहलने निकले थे।
तभी बाइक पर सवार होकर तीन बदमाश उनके साथ से दो मोबाइल छीनकर फरार हो गए। लूट की वारदात की सूचना मिलते ही पांच थानों के थानाप्रभारी , कोलार ,रातीबड़,हबीबगंज, कमलानगर, चूनाभट्टी और क्राइम ब्रांच मौके पर पहुंची और बदमाशों की तलाश शुरू की, इसी बीच पुलिस को सर्चिंग के दौरान एक आइफोन पुलिस ने रास्ते पर पड़ा मिला, जिसे पुलिस ने आइजी डा आशीष के सुपुर्द कर दिया।
लूट के बाद पुलिस के साइबर पुलिस कर सहारा लिया, डा आशीष ने अपने मोबाइल में फाइंड माय डिवाइस आन था, जिससे उनके मोबाइल की आखिरी लोकेशन मिली। हबीबगंज, चूना भट्टी और कमला नगर की झुग्गी बस्तियां शामिल हैं। अब पुलिस उलझन में है कि आखिर बाइक सवार लुटेरे वारदात को अंजाम देने के बाद किसी थाना क्षेत्र में जाकर छिपे हैं।
डॉ आशीष के हाथ से मोबाइल लूटने की वारदात के बाद बाइक सवार दो बदमाशों ने शिवाजी नगर में रहने वाले वैभव तिवारी से भी मोबाइल लूटा था, वारदात के वक्त छात्र घर के बाहर टहलते हुए पढ़ाई कर रहा था। वारदात के बाद छात्र ने हबीबगंज थाना पहुंच कर लिखित शिकायत की है।
चार इमली लूट में एक मोबाइल मिल गया है। बाकी आरोपितों की तलाश जारी है, कुछ संदेहियों को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है। - हरिनारायणाचारी मिश्र पुलिस कमिश्नर