नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। शहर में दीपोत्सव पर बिजली का झटका नहीं लगे इसके लिए बिजली कंपनी तैयारी में जुट गई है। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने करीब 40 टीमों का गठन किया है, जिनमें लगभग डेढ़ हजार अधिकारी, कर्मचारी शामिल हैं। यह टीमें 14 हजार से ज्यादा ट्रांसफार्मरों की लोड बैलेंसिंग करने और तीनों फेज पर लोड माप रही हैं और जहां एक फेज पर अधिक खपत दिख रही है, उसे अगले दिन री-अलाइन किया जा रहा है।
बता दें कि दीपावली पर शहर में सजावट, रोशनी और घरेलू उपकरणों के कारण हर साल बिजली की खपत लगभग 21 प्रतिशत बढ़ जाती है। पिछले साल दिवाली पर 64.56 लाख यूनिट बिजली (आम दिनों से 20 प्रतिशत अधिक) खर्च हुई थी, जबकि सामान्य दिनों में यह औसतन 53 लाख यूनिट रहती है। इस अतिरिक्त लोड के कारण सबसे ज्यादा दबाव डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मरों पर पड़ता है, इससे कई इलाकों में फाल्ट या ट्रिपिंग की शिकायतें आती हैं।
धनतेरस पर आती हैं 700 फाल्ट की शिकायतें
दीपोत्सव के चलते धनतेरस से दीपावली तक करीब डेढ़ हजार बिजली कर्मचारियों की 40 टीम चौबीस घंटे तैनात रहेंगी। टीम में शामिल अधिकारी और कर्मचारी तीन पालियों में ड्यूटी करेंगे। काल सेंटर में कर्मचारियों के अलावा जूनियर इंजीनियरों की ड्यूटी भी लगाई जाएगी। तीन साल के रिकार्ड की बात करें तो धनतेरस से लक्ष्मी पूजन तक औसतन 700 फाल्ट की शिकायतें आती हैं। अधिकतर मामले बाजारों या पुराने इलाकों में होते हैं, जहां वायरिंग पुरानी है या सजावट सीधे कनेक्शन से जोड़ दी जाती है।
बता दें कि 33 और 11 केवी के कुल 632 फीडर हैं, जबकि बिजली उपभोक्ता छह लाख 15 हजार हैं। शहर में करीब 14 हजार ट्रांसफार्मर हैं, पिछले साल दीपावली पर खपत 64.56 लाख यूनिट रही, जो सामान्य दिनों से 20 प्रतिशत अधिक है।
एक फेज पर पड़ता है अधिक दबाव
हर ट्रांसफार्मर में तीन फेज होते हैं, किसी इलाके में यदि एक फेज पर ज्यादा घर या सजावट लाइट जुड़ जाती है, तो वह फेज ओवरलोड होकर फाल्ट कर सकता है। फेज पर समान लोड होने से ओवर हीटिंग नहीं होती, ट्रांसफार्मर या फ्यूज नहीं उड़ते हैं। यदि दीपावली के दौरान बिजली संबंधी समस्या हो तो उपभोक्ता कंपनी के काल सेंटर के नंबर 1912 पर, मोबाइल एप उपाय पर या वाट्सएप नंबर 0755-2551222 पर शिकायत कर सकते हैं।
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