
नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। अलग-अलग स्थानों पर बनी तीन मौसम प्रणालियों के असर से मध्य प्रदेश के अधिकतर शहरों में बादल छाने लगे हैं। बुधवार को जबलपुर, नर्मदापुरम, इंदौर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा होने की संभावना है।
राजगढ़ में सबसे कम तापमान
दीपावली की रात प्रदेश में सबसे कम 15.4 डिग्री सेल्सियस तापमान राजगढ़ में दर्ज किया गया। 15 शहरों में रात का पारा 20 डिग्री सेल्सियस से कम रहा। दिन का सबसे अधिक 34.2 डिग्री सेल्सियस तापमान नर्मदापुरम में दर्ज किया गया। मंगलवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक नौगांव में पांच मिलीमीटर वर्षा हुई।
मौसम विभाग का क्या कहना
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी एच.एस. पांडे के मुताबिक वर्तमान में दक्षिण-पूर्व अरब सागर में गहरा कम दबाव का क्षेत्र मौजूद है। इसके पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए बुधवार को अवदाब के क्षेत्र में परिवर्तित होने की संभावना है। दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में भी गहरा कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके भी बुधवार दोपहर तक उत्तरी तमिलनाडु एवं दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तट पर पहुंचकर अवदाब में बदलने के आसार हैं। दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है।
अलग-अलग स्थानों पर बनी इन मौसम प्रणालियों के असर से ग्वालियर-चंबल संभाग को छोड़कर पूरे प्रदेश में बादल छाने लगे हैं। बुधवार-गुरुवार को इंदौर, नर्मदापुरम, जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं हल्की वर्षा होने की भी संभावना है।
मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर दो प्रभावी मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। इस वजह से अभी चार-पांच दिन तक मौसम साफ होने की संभावना कम ही है। बादल बने रहने के कारण रात के तापमान में गिरावट का सिलसिला भी फिलहाल थम गया है। दो दिन बाद पूर्वी मध्य प्रदेश में वर्षा का सिलसिला तेज होने के भी आसार हैं।