
नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। मध्य प्रदेश में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के तहत जमीनी स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं को समुदाय तक पहुंचाने वाले कम्युनिटी हेल्थ प्रोग्राम ऑफिसरों (सीएचपीओ) की भारी कमी बनी हुई है। इस कमी के चलते जिला और ब्लॉक स्तर पर महत्वपूर्ण स्वास्थ्य योजनाओं के क्रियान्वयन और उनकी निगरानी का काम प्रभावित हो रहा है। इस संकट को देखते हुए NHM मध्य प्रदेश ने फिलहाल 23 संविदा पदों पर सीपीएचओ की भर्ती प्रक्रिया शुरू की है।
ये नियुक्तियां 31 मार्च 2026 तक के लिए संविदा आधार पर की जाएंगी, जिसका मुख्य उद्देश्य तात्कालिक रूप से कार्य को गति देना है। इन सीएचपीओ की जिम्मेदारी टीकाकरण, मातृ-शिशु स्वास्थ्य, पोषण, टीबी, मलेरिया और गैर-संचारी रोग नियंत्रण जैसे राष्ट्रीय कार्यक्रमों के सफल संचालन में अहम भूमिका निभाना है। स्वास्थ्य कार्यक्रमों को समुदाय तक प्रदान करने का लक्ष्य इस महत्वपूर्ण पद पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों के पास विशेष शैक्षणिक योग्यता होनी अनिवार्य है।
उम्मीदवारों के पास बीडीएस (बीडीएस), बीएएमएस (बीएएमएस) या बीएससी (नियमित पाठ्यक्रम) की डिग्री होने के साथ-साथ, उन्हें अस्पताल प्रशासन, स्वास्थ्य प्रबंधन या सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रबंधन में मास्टर, एमबीए या पीजी डिप्लोमा होना आवश्यक है। आवेदन के लिए न्यूनतम आयु सीमा 21 वर्ष और अधिकतम 40 वर्ष निर्धारित की गई है। आरक्षित वर्गों के उम्मीदवारों को शासन के नियमानुसार आयु सीमा में छूट प्रदान की जाएगी। इस भर्ती प्रक्रिया का उद्देश्य स्वास्थ्य कार्यक्रमों को समुदाय तक पहुंचाने के लिए एक मजबूत प्रशासनिक ढांचा तैयार करना है।
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राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्य प्रदेश के अपर मिशन संचालक मनोज कुमार सरियाम राज्य में कम्युनिटी हेल्थ प्रोग्राम ऑफिसरों की कमी एक चुनौती है, जिससे जिला और ब्लॉक स्तर पर स्वास्थ्य योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में कठिनाई आ रही है। हमने 23 संविदा पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है ताकि महत्वपूर्ण योजनाओं, विशेषकर मातृ-शिशु स्वास्थ्य और गैर-संचारी रोग नियंत्रण की निगरानी को मजबूत किया जा सके।