
नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल : धर्म स्वातंत्र्य कानून में कड़े प्रविधानों के बाद भी शहर में मतांतरण का क्रम जारी है। रविवार को बागसेवनिया थाने के अमराई संजय नगर में ऐसा ही प्रकरण सामने आया। वहां प्रार्थना सभा की आड़ में मतांतरण की कोशिश चल रही थी। बजरंग दल के हंगामे के बाद पुलिस ने मतांतरण कराने के आरोप में चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
बताया जा रहा है कि रविवार को संजय नगर में रहने वाले शिवकुमार झरवड़े के घर पर करीब 40 आदिवासी महिला-पुरुष और बच्चे इकट्ठा होकर प्रार्थना कर रहे थे। उसी समय विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के 60-70 कार्यकर्ता और पदाधिकारी वहां पहुंचकर नारेबाजी करने लगे। उस समय घर का मुख्य द्वार बंद था।
आवाज देने पर भी जब किसी ने दरवाजा नहीं खोला तो उन्होंने पुलिस को सूचना देकर बुला लिया। पुलिस कर्मियों ने वहां पहुंचकर जैसे ही दरवाजा खोला, बजरंग दल के कार्यकर्ता झरवड़े के घर में घुस गए। वहां महिला-पुरुष प्रार्थना करते हुए मिले। अचानक घर में इतने लोगों के घुसने से बौखलाए लोगों ने विहिप-बजरंग दल कार्यकर्ताओं से धक्का मुक्की भी की।
विहिप के जिला मंत्री सोनू दुबे ने बताया कि शिवकुमार के घर में तीन पेटी बाइबिल मिली हैं। वहां आए लोगों के लिए मांसाहार पकाया जा रहा था। वहां लोगों को मतांतरण के लिए बहलाया-फुसलाया जा रहा था। वहां हंगामा बढ़ता देखकर पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले आई।
देर शाम पुलिस ने शिवकुमार झरवड़े, रचना गोस्वामी, प्रियंका पिल्लई और प्रतिभा मरावी के खिलाफ धार्मिक स्वातंत्र्य अधिनियम की धारा 3, 5 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
(1).jpg)
मौजूद महिलाओं-पुरुषों का कहना था कि उन पर मतांतरण के लिए किसी ने दबाव नहीं डाला था। वे लोग अपनी मर्जी से आए थे। एक महिला ने कहा कि जब उनके बच्चे बिगड़ रहे थे, तब कोई मदद को आगे नहीं आया। अब जब उन लोगों ने सही राह पकड़ी है तो लोग रोकने आ रहे हैं।
विहिप के जिला मंत्री सोनू दुबे ने बताया कि शिवकुमार झरवड़े एक वर्ष पहले भी मतांतरण कराने के लिए पकड़ा गया था। पुलिस को भी शिकायत की थी। वह नर्मदापुरम रोड स्थित एक कालेज में प्रोफेसर है। पत्नी अस्पताल में नर्स है।