
राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। मध्य प्रदेश अनुसूचित जाति-जनजाति अधिकारी एवं कर्मचारी संघ (अजाक्स) के अध्यक्ष आइएएस संतोष वर्मा द्वारा ब्राह्मण बेटियों को लेकर दिए आपत्तिजनक बयान को लेकर कांग्रेस और भाजपा के कुछ विधायक मंगलवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव से मिले। सभी ने वर्मा पर सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का आरोप लगाते हुए एफआइआर दर्ज कराने और निलंबन की कार्रवाई करने की मांग की।
इस अवसर पर ब्राह्मण और कर्मचारी संगठन के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।कांग्रेस विधायक और विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे, भाजपा विधायक रीति पाठक, डा. सीतासरन शर्मा, रमेश मेंदोला और अभिलाष पांडेय ने कहा कि किसी भी वर्ग, समाज या समुदाय का अपमान करने वाले अधिकारी के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी आवश्यक है।
अखिल भारतीय सेवा के अधिकारी से इस तरह के बयान की उम्मीद नहीं की जा सकती है। उनके द्वारा समाज को विभाजित करने वाला बयान देना दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे न केवल समाज की भावनाएं आहत हुई हैं, बल्कि प्रशासनिक नैतिक मर्यादाओं का भी खुला उल्लंघन हुआ है।
मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधि मंडल को आश्वस्त किया है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए निर्णय लिया जाएगा। इस अवसर पर पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, कर्मचारी मंच के अध्यक्ष अशोक पांडे, पुष्पेंद्र मिश्रा, विवेक त्रिपाठी सहित कर्मचारी संगठन के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।