नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। हबीबनगर थाना क्षेत्र के श्यामनगर मल्टी में 19-20 साल के तीन लड़कों ने अपने ही एक दोस्त की बेरहमी से हत्या कर दी। उसे चाकू से गोदा, उसके बाद सिर पर भारी पत्थर पटककर उसे मार डाला। मरने वाले एक हत्या आरोपित की मां का प्रेमी था। उसके दोस्त ने उसे अपनी मां से दूर रहने को कहा था, वह नहीं माना तो उसे मार डाला।
हबीबगंज थाने के एसआई अखिलेश त्रिपाठी ने बताया रजत सिंह ठाकुर (20) श्यामनगर मल्टी का रहने वाला है। उसके पिता कई वर्ष पहले पत्नी बच्चों को छोड़कर कहीं चले गए। तबसे वह मां और छोटे भाई के साथ रहता है। वह सब्जी बेचता है। उसके पड़ोस में रहने वाले आशीष उइके (25) से उसकी दोस्ती थी।
आशीष निजी क्षेत्र में काम करता था। घर आते जाते करीब छह महीने से आशीष और रजत की मां के बीच प्रेम संबंध बन गए। रजत को इसकी जानकारी हुई तो उसका आशीष से विवाद हुआ। उसने आशीष को अपनी मां से दूर रहने की हिदायत दी थी, लेकिन आशीष उसे अनसुना कर उसकी मां से मिलता रहा। करीब एक सप्ताह पहले रजत ने आशीष को अपने घर में मां के साथ पकड़ा था। आरोपित ने बताया कि इसी दौरान उसने आशीष को मार डालने की ठान ली थी।
शुक्रवार रात करीब नौ बजे कालोनी में इसी बात को लेकर दोनों में विवाद हुआ। तब रजत ने चूनाभट्ठी में रहने वाले अपने मौसेरे भाई विनीत यादव (20) और उसी कॉलोनी में रहने वाले निखिल यादव (19) को फोन कर मदद के लिए बुलाया। वे देर रात श्यामनगर मल्टी पहुंचे, तब तीनों ने फोन कर रजत को बातचीत करने कॉलोनी के हनुमान मंदिर बुलाया। वहां कुछ देर बातचीत के बाद रजत ने आशीष को पीछे से पकड़ लिया।
इसी दौरान निखिल ने उसके गले पर चाकू से वार किया। आशीष नीचे गिर गया, लेकिन सांसें चलती रहीं। यह देखकर विनीत ने पास में पड़े पत्थर से उसका सिर कुचल दिया। हत्या के बाद तीनों युवक मौके से भाग निकले। सुबह खून से लथपथ शव देखकर पूरी कालोनी दहल गई।
पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर तीनों आरोपितों को चूनाभट्ठी क्षेत्र से गिरफ्तार किया। मृतक आशीष के विरूद्ध मारपीट का एक मामला हबीबगंज थाने में दर्ज हैं, जबकि रजत के ऊपर भी मारपीट के केस मिले हैं। पुलिस ने आरोपितों से हत्या के उपयोग सामान जब्त कर लिया था। शनिवार को ही उन्हें कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।
मरने वाले का एक आरोपित की मां से प्रेम संबंध था, यही हत्या का कारण बना। आरोपितों ने पूछताछ में इस बात को स्पष्ट कर दिया है। पुलिस ने सूचना के तीन घंटे के भीतर आरोपितों को ट्रेस कर लिया था और उन्हें पकड़ा।
- आशुतोष गुप्ता, डीसीपी जोन-1