
नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। स्कूल शिक्षा विभाग की सख्ती का असर शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति में दिखने लगा है। प्रदेश के कई जिलों में शिक्षकों की उपस्थिति अब शत-प्रतिशत दर्ज हो रही है। दरअसल, विभाग ने हमारे शिक्षक एप के माध्यम से ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं करने पर वेतन काटने का फरमान सुना दिया था। इसके बाद से शिक्षकों में हलचल मच गई और स्थिति अब ये रही कि अधिकांश जिलों में आंकड़ा 90 प्रतिशत से ऊपर पहुंच गया है।
यानी 95 प्रतिशत शिक्षक ऑनलाइन एप से उपस्थिति लगा रहे हैं। इस मामले में सबसे ऊपर अनुपपूर व झाबुआ हैं, यहां आंकड़ा शत-प्रतिशत है। जबकि आलीराजपुर में स्थिति सबसे खराब है, यहां उपस्थिति इतनी कम है कि आंकड़ा एक प्रतिशत भी नहीं पहुंची है। वहीं बड़े महानगरों में स्थिति गंभीर बनी हुई है। यहां भी आंकड़ा 70 प्रतिशत से कम है। लिहाजा, विभाग ने एक बार फिर आदेश जारी कर सभी जिलों में 100 प्रतिशत तक उपस्थिति लगाने के निर्देश दिए हैं। बता दें कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को हमारे शिक्षक एप के माध्यम से एक जुलाई से ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराना था, लेकिन बार-बार आदेश जारी होने के बाद शिक्षक व प्राचार्य ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं कर रहे थे।
यहां तक कि प्राचार्यों व शिक्षकों को नोटिस भी जारी किया गया। इसके बाद भी आनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं कर रहे थे। शिक्षक डाटा लीक होने, नेटवर्क न होने, स्मार्ट फोन नहीं होने सहित कई बहाने बना रहे थे। इस संबंध में शिक्षकों ने उच्च न्यायालय में याचिका लगाई। उच्च न्यायालय ने भी शिक्षकों को आनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने के आदेश दिए। इसके बाद स्कूल शिक्षा विभाग ने सख्ती करते हुए एप से हाजिरी नहीं लगाने पर वेतन काटने का आदेश दिया। इस फरमान के बाद कई जिलों के 95 फीसद से अधिक शिक्षक आनलाइन उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं।
इस मामले में अतिथि शिक्षक पहले से आगे हैं। फरमान जारी होने से पहले भी 90 फीसद से अधिक अतिथि शिक्षक एप के माध्यम से आनलाइन उपस्थिति दर्ज करा रहे थे। अब भी हर जिले में इनका प्रतिशत 92 से अधिक है। जबकि मुख्य शिक्षक 51 फीसद आंकड़े पर थे जो अब बढ़ गया है। इसी तरह प्राचार्य भी 53 फीसद से ऊपर पहुंच गए हैं।
जिला -शिक्षक -प्राचार्य - अतिथि शिक्षक
मंडला - 99 -71 -87
अनुपपूर - 95 - -100 -91
बड़वानी - 96 -83 -96
बालाघाट - 91 -79 -95
शहडोल - 86 -80 -95
झाबुआ - 85 -100 -76
राजगढ़ - 89 -77 -94
भिंड -83 -79 -92
खंडवा - 83 -79 -93
डिंडौरी - 89 -71 -94
(नोट: आंकड़े प्रतिशत में)--
जिला -शिक्षक -प्राचार्य - अतिथि शिक्षक
भोपाल -70 -64- 91
ग्वालियर -70 -60 -90
इंदौर -63 -63 -90
जबलपुर -76 -66 -93
(नोट: आंकड़े प्रतिशत में)
जिला -शिक्षक -प्राचार्य - अतिथि शिक्षक
आलीराजपुर - 1.07 -00 -00
पांढुर्ना - 47 -37 -86
उज्जैन - 51 -43 -93
रायसेन - 55 -46 -93
गुना - 55 -47 94
(नोट: आंकड़े प्रतिशत में)