
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश को भारत के दिल की धड़कन भी कहा जाता है। झीलों, किलों, मंदिरों और खूबसूरत वास्तुकला से सजा यह प्रदेश जितना शांत और आकर्षक दिखता है, इसके भीतर उतनी ही रहस्यमयी और रौंगटे खड़े कर देने वाली कहानियां भी छिपी हुई हैं। पर्यटन की चमचमाती तस्वीरों के पीछे ऐसे कई राज दफन हैं, जिनके बारे में सुनकर ही लोग कांप उठते हैं।
लोग कहते हैं, “सुंदर जगहों की परछाई में छिपे साये और भी खतरनाक होते हैं।” मध्य प्रदेश के इन स्थलों के साथ भी कुछ ऐसा ही है। यहां ऐसी जगहें मौजूद हैं, जहां आज भी आत्माओं का साया बताकर लोग रात क्या, दिन में भी कदम रखने से डरते हैं। यहां जानिए मध्य प्रदेश की उन खौफनाक जगहों की कहानी, जिन्हें जानने के बाद शायद आप भी इन्हें अपनी यात्रा सूची से दूर रखना चाहें
भोपाल की बदनाम डाव इंडस्ट्रीयल बिल्डिंग 1984 की गैस त्रासदी की भयावह यादें समेटे हुए है। स्थानीय लोग दावा करते हैं कि यहां अब भी आत्माओं का साया मंडराता है। कई गवाहों ने भूतिया घटनाओं को महसूस किया है जैसे अचानक ठंडा पड़ जाना, रहस्यमयी आवाजें और अदृश्य उपस्थिति का एहसास। यही कारण है कि यह जगह वर्षों से वीरान पड़ी है और भोपाल की सबसे डरावनी जगह मानी जाती है।

भोपाल का ऐतिहासिक ताजमहल—कभी शाही निवास, आज एक डरावनी कहानी का केंद्र। स्थानीय लोग बताते हैं कि सफेद कपड़ों में एक महिला अक्सर महल की खिड़कियों के बीच घूमती नजर आती है। कहा जाता है कि शाहजहां बेगम ने अपने अंतिम दिन यहीं अकेले बिताए थे। यह अकेलापन शायद आज भी इस महल की दीवारों में बस गया है।

2000 साल पुराना शिवपुरी का यह किला वीर खंडेराव की कहानी सुनाता है। कहा जाता है कि राजा को नृत्य और रात की महफिलें बेहद प्रिय थीं। आज भी रात के सन्नाटे में यहां दावत और संगीत की आवाजें सुनाई देती हैं। जो लोग इन आवाजों के पीछे गए, वे कभी वापस नहीं लौटे ऐसा स्थानीय लोग दावा करते हैं। एक परिवार यहां रहने आया था, लेकिन जल्द ही अजीब हरकतों का शिकार हो गया।

देलवी कॉलोनी का यह चर्च वर्षों से वीरान पड़ा है। एक बार आग लगाने की घटना के बाद इसे खाली कराया गया, और तभी शुरू हुई डरावनी कहानियां। लोग कहते हैं, रात होते ही बच्चों के रोने की आवाजें सुनाई देती हैं। कई लोग इस चर्च के आसपास से गुज़रने में भी घबराते हैं।

जबलपुर के बीटी रोड पर मौजूद पुराना पीपल का पेड़ स्थानीय आस्था और भय का अनोखा संगम है। गांव के लोग इसे पवित्र मानकर पूजा करते हैं, लेकिन साथ ही मानते हैं कि यहां कई आत्माएं वास करती हैं। शाम ढलते ही कोई इसके पास नहीं जाता। इसे काटा भी गया, लेकिन डर आज भी नहीं गया।

एमजी रोड पर स्थित यह इमारत कभी रहने की जगह थी, लेकिन एक महिला की आत्महत्या के बाद यहां अजीब घटनाएं शुरू हो गईं। लोगों को रात में किसी महिला के रोने व चलने की आवाजें सुनाई देने लगीं। धीरे-धीरे सभी लोग इसे छोड़कर चले गए, और यह अब इंदौर की सबसे भयावह इमारतों में गिनी जाती है।

इंदौर का 18वीं शताब्दी का यह महल बाहर से जितना खूबसूरत है, अंदर उतना ही रहस्यमयी। कई पर्यटक दावा करते हैं कि उन्होंने यहां अदृश्य परछाइयों और अजीब हरकतों को महसूस किया है। इसे अब म्यूजियम बना दिया गया है, लेकिन इसके डरावने किस्से आज भी पर्यटकों को रोमांचित कर देते हैं।

गमले वाली पुलिया के नाम से मशहूर यह ब्रिज शहर का सबसे रहस्यमयी स्थान माना जाता है। लोगों का दावा है कि देर रात सफेद साड़ी पहने एक महिला अचानक सामने आती है और हादसा हो जाता है। कई लोगों ने इस भूतिया आकृति को महसूस किया है। जो इसे देख ले, उसके साथ दुर्घटना होना लगभग तय बताया जाता है।

(Disclaimer: इस लेख में मध्य प्रदेश की सबसे डरावनी जगह के बारे में जो भी जानकारी दी गई है। यह अलग-अलग मीडिया पोर्टल्स की रिपोर्ट पर दी हुई जानकारी से लिया गया है जिसकी पुष्टि नईदुनिया नहीं करता है और न ही नईदुनिया किसी भी प्रकार के अंधविश्वास को बढ़ावा देता है।)