नईदुनिया प्रतिनिधि, बुरहानपुर। लव जिहाद में नावरा निवासी भाग्यश्री धानुक की गला रेत कर हत्या करने के मामले में एसपी देवेंद्र पाटीदार ने नावरा पुलिस चौकी के दो आरक्षकों वसीम कुरैशी और इकबाल खान को चौकी से हटा कर पुलिस लाइन भेज दिया है। पुलिस और प्रशासन ने आरोपित शेख रईस के नेपानगर स्थित अवैध निर्माण और कब्जों को भी रविवार को चिन्हित किया है।
सोमवार को राजस्व विभाग और नगर पालिका की संयुक्त टीम इन भूमि, भवनों का सीमांकन करेगी। इसके बाद अवैध हिस्सों को बुलडोजर से तोड़ने की कार्रवाई की जाएगी। इसकी मांग पीड़ित परिवार और हिंदूवादी संगठनों ने भी की थी। इधर रविवार को सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल, नेपानगर विधायक मंजू दादू और बुरहानपुर विधायक अर्चना चिटनिस सहित भाजपा-कांग्रेस के कई नेता पीड़ित धानुक परिवार के घर पहुंचे और मृतका भाग्यश्री की मां व बहन को ढांढस बंधाया।
सांसद ने कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जानकारी लगते ही कलेक्टर-एसपी से चर्चा की गई है। साथ ही मुख्यमंत्री मोहन यादव के संज्ञान में भी मामला लाया गया है। उन्होंने कहा कि आरोपित रईस के साथ इस घटना के पीछे रहे अन्य लोगों को भी चिन्हित कर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। आरोपित के अवैध निर्माण व कब्जों पर बुलडोजर कार्रवाई होगी।
जानकारी के अनुसार हत्या के आरोपित शेख रईस का संजय नगर में एक मकान है। मातापुर बाजार में एक दुकान है। इसके अलावा उसने बीएंडआर के पास रेलवे ओवरब्रिज के नीचे बड़ी जगह पर कब्जा कर भैंसों का तबेला बना रखा है। प्रशासन ने रविवार को तीनों स्थानों का निरीक्षण किया है।
संभावना जताई जा रही है कि सोमवार को सीमांकन के बाद कभी भी अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि शनिवार शाम स्वजन व हिंदू नेताओं ने मृतका भाग्यश्री का चार घंटे तक अंतिम संस्कार रोके रखा था। नेपा विधायक मंजू दादू के बुलडोजर चलवाने के आश्वासन के बाद वे माने थे।
रविवार को पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचीं विधायक अर्चना चिटनिस ने कहा कि यह ह्दय विदारक घटना थी। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार के अनुसार मृतका ने नावरा पुलिस चौकी में आरोपित द्वारा धमकाने की शिकायत की गई थी। उस शिकायत पर यदि पुलिस ने समय रहते कार्रवाई की होती तो इस घटना को टाला जा सकता था। लिहाजा आरोपित को संरक्षण देने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह अप्रत्यक्ष रूप से लंबे समय से जमी नेपानगर थाना प्रभारी ज्ञानू जायसवाल और नावरा चौकी प्रभारी की ओर इशारा है। सूत्रों के अनुसार एसपी देवेंद्र पाटीदार ने दो आरक्षकों को निलंबित कर दोनों अधिकारियों को बचाने का प्रयास किया है। जबकि आरक्षक वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश पर ही कोई कार्रवाई करते हैं। विधायक से चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने भी कहा है कि इस मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
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