नईदुनिया, छतरपुर : छतरपुर जिले के बारीगढ़ अंतर्गत आने वाले हटवा गांव में खेत में पोखर में डूबने से सगे तीन भाई बहनों की मौत हो गई। घटना सोमवार देर शाम की है।
जानकारी के अनुसार, बच्चे स्कूल से लौटकर आए थे और इसके बाद खेत पर चले गए थे। इधर, घरवाले गरुड़ पुराण सुनने में व्यस्त थे। कुछ दिन पहले परिवार में बुजुर्ग का निधन हुआ था।
बताया गया है कि बच्चे आम के पौधे लगाने खेत पर चले गए थे और वहां बारिश के कारण पोखरनुमा गड्ढे में डूबने से उनकी मौत हो गई। दो बहनें और एक भाई की दुखद मौत की घटना से गांव में लोग गमगीन हैं। मृतकों की पहचान लक्ष्मी 10 वर्ष, तनु 8 वर्ष और लोकेंद्र 4 वर्ष के रूप में हुई है, जो प्रतिपाल सिंह के बच्चे थे।
इस बीच, रीवा जिले के तहसील जवा के बरहटा गांव में भारी बारिश के कारण एक गर्भवती महिला की मौत हो गई। उफनती नदी पार करते समय महिला का वाहन फंस गया और 2 घंटे तक फंसे रहने के बाद महिला की तड़प-तड़प कर मौत हो गई।
जवा तहसील में इन दिनों भीषण बारिश का दौर जारी है। भनिगंवा क्षेत्र में सभी नदियां और नाले उफान पर हैं। ऐसा ही मामला रीवा जिले से सामने आया है। जहां नदी के उफान के कारण एक महिला घंटों तक वाहन में फंसी रही, और बिना उपचार उसकी मौत हो गई।
जवा तहसील के भनिगंवा गांव की रहने वाली प्रिया रानी कोल की प्रेगनेंसी के दौरान तबीयत बिगड़ गई। परिजन उसे जवा अस्पताल लेकर जा रहे थे। इसी दौरान रास्ते में महना नदी का उफान तेज था। सभी लोग नदी के एक तरफ ही अटके रहे। इसी दौरान करीब एक दो घंटे तक प्रिया परेशान होती रही।
हालांकि इस दौरान गांव के ही डॉक्टर (झोलाछाप) को बुलाकर लाया गया और महिला को दिखाया गया, डॉक्टर ने महिला को देखा और मृत बताया। तभी परिवार वालों ने किसी तरह प्रिया रानी को मायके से ससुराल ले जाया गया। वहीं मायके से ससुराल जाने में 40 किलों मीटर का सफर तय करना पड़ा।
प्रिया रानी के जेठ का कहना है कि प्रिया रानी के पहले से एक बेटा है। वह करीब 9 महीने की गर्भवती थी। बाढ़ के चलते अस्पताल पहुंचने में काफी दिक्कतें आई और ज्यादा तबीयत खराब होने से मौत हो गई।