
छिंदवाड़ा/पांढुर्णा। पांढुर्णा जिले के ग्राम उमरीकला एवं हिवरा पृथ्वीराम गांव में विगत चार-पांच दिनों में अचानक पेट फूलने की शिकायत के बाद 15 जानवरों की मौत होने से हड़कंप मच गया है ।सबसे बड़ी बात ये है कि इन गायों का दूध पीने से पांच लोग भी बीमार हो गए हैं, जिसमें दो बच्चे और तीन वयस्क हैं। इस बात की जानकारी तब प्रकाश में आई जब स्वयं कलेक्टर नीरज वशिष्ठ ने मामले में संज्ञान लिया।
कलेक्टर द्वारा पशु विभाग को कड़ी फटकार लगाए जाने के बाद विभाग तुरंत हरकत में आया ।पशु विभाग की टीम तत्काल ग्राम उमरीकला एवं हिवरा पुतवीराम पहुंची। टीम ने मृत जानवरों का पोस्टमार्टम कराया और जीवित जानवरों की स्वास्थ्य जांच शुरू की है। अब तक 15 जानवरों की मौत से क्षेत्र में भय और चिंता का माहौल बना हुआ है। कलेक्टर का कहना है कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।
मृत पशुओं में ग्राम पाजिटिव वर्गाकार बैक्टीरिया पाया गया है। इसके बाद मृत मवेशियों के संपर्क में आए 30 लोगों के रक्त के नमूने जांच के लिए भोपाल भेजे गए हैं। गुरुवार सुबह बीएमओ दीपेंद्र सलामे अपनी पूरी टीम के साथ गांव पहुंचे। स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर बीमार लोगों की जांच कर रही है और आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रही है।
किसानों ने पशु चिकित्सा विभाग पर समय रहते कार्रवाई न करने का गंभीर आरोप लगाया है। किसान तुषार मोहरसिंग ठाकुर ने जानकारी दी कि बीमारी बढ़ने पर डाक्टर दुपारे को सूचना दी गई, लेकिन उन्होंने ग्राम मारुड में ड्यूटी लगी होने का हवाला देकर टाल दिया। इसके बाद किसानों द्वारा हेल्पलाइन 1962 पर शिकायत किए जाने पर भी पशु विभाग सक्रिय नहीं हुआ। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते जानवरों का इलाज होता, तो इन मौतों को रोका जा सकता था। किसानों ने इस लापरवाही की शिकायत पुलिस विभाग में भी दर्ज करवाई है।
बीएमओ दीपेंद्र सलामे ने बताया कि छिंदवाड़ा पशु रोग अन्वेषण प्रयोगशाला से बुधवार रात को पांढुर्णा पहुंची। रिपोर्ट में मृत गाय और बैल में ग्राम पाजिटिव वर्गाकार बैक्टीरिया होने की पुष्टि हुई है। कलेक्टर नीरज वशिष्ट ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने मवेशी पालकों को पानी ओर दूध को लेकर सावधनी बरतने की अपील की है। कलेक्टर ने स्वास्थ विभाग, पशु पालन विभाग और पुलिस विभाग को निगरानी रखने का आदेश जारी किया है।