
नईदुनिया प्रतिनिधि, छिंदवाड़ा। जहरीले 'कोल्डरिफ कफ सिरप' से 24 मासूम बच्चों की मौत के मामले में एसआईटी की कार्रवाई की गति पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। मामले में आरोपित बनाए गए तीन महत्वपूर्ण लोग जिनमें मुख्य डॉक्टर की पत्नी भी शामिल है अब तक पुलिस की गिरफ्त से दूर है। जांच में हुई लापरवाही की सबसे बड़ी बात यह है कि मुख्य आरोपित डॉ. प्रवीण सोनी की पत्नी ज्योति सोनी को महज दो दिन पहले ही सह-आरोपित बनाया गया है, जबकि वह उस मेडिकल स्टोर का संचालन कर रही थीं, जहां से कोल्ड्रिफ सिरप की बिक्री हुई थी।
ज्योति सोनी, डॉ. सोनी के क्लीनिक के बगल से मेडिकल स्टोर चलाती थीं, उनकी संलिप्तता पहले ही सामने आ चुकी थी, फिर भी पुलिस ने उन्हें देर से आरोपित बनाया। आरोपित बनाए जाने के बाद से ही ज्योति सोनी फरार हैं और पुलिस को उनकी गिरफ्तारी के लिए पसीना बहाना पड़ रहा है।
ज्योति सोनी पर यह भी आरोप है कि उन्होंने बच्चों की मौत के बाद अपने पति डॉ. प्रवीण सोनी को बचाने के प्रयास में मेडिकल स्टोर का रेकॉर्ड खुर्द-बुर्द कर दिया। जांच में सामने आया है कि मेडिकल स्टोर से 66 कफ सिरप का कोई रिकॉर्ड अब तक नहीं मिल पाया है। इसी मेडिकल स्टोर के फार्मासिस्ट सौरभ जैन को तो पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
जांच में लापरवाही का एक और बड़ा पहलू यह है कि बाद में आरोपित बनाए गए परासिया के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. ठाकुर और डॉ. सिद्दीकी को भी पुलिस अब तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है। एसडीओपी परासिया जितेंद्र जाट, जो एसआईटी को लीड कर रहे हैं, का कहना है किसी भी आरोपित को बख्शा नहीं जाएगा। मामले की जांच लगातार जारी है और फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास तेज किए गए हैं।"
ज्ञात हो कि यह पूरा मामला तब प्रकाश में आया, जब कोल्ड्रिफ कफ सिरप के सेवन से बच्चों की किडनी फेल होने से मौतें होने लगीं। अब तक छिंदवाड़ा, बैतूल और पांढुर्णा जिले के 24 मासूमों की मौत हो चुकी है। प्रतिबंधित कोल्डरिफ कफ सीरप के मामले में 6 गिरफ्तारी हो चुकी है। एमआर और आरोपित सतीश वर्मा को जेल भेजा जा चुका है, कोल्डरिफ कफ सिरप' कांड के मुख्य 6 आरोपित छिंदवाड़ा की जिला जेल में बंद हैं, जिनमें जी. रंगनाथन (मालिक, श्रीसन फार्मास्यूटिकल), डॉ. प्रवीण सोनी (शिशु रोग विशेषज्ञ), के. माहेश्वरी (केमिकल एनालिस्ट), सौरभ जैन (फार्मासिस्ट) और राजेश सोनी (ड्रग सप्लायर) शामिल हैं।
यह भी पढ़ें- MP CHPO Recruitment 2025: एमपी में CHPO के पदों पर निकली भर्ती, जानें योग्यता, आयु और जरूरी दस्तावेज
बीते रविवार को एसआईटी की टीम ने छिंदवाड़ा में कुकड़ा जगत से कोल्डरिफ कफ के एमआर सतीश वर्मा को गिरफ्तार किया था। उल्लेखनीय है कि जांच में यह पाया गया है कि बच्चों को दिए गए सीरप में जहरीला पदार्थ मिला हुआ था। जहरीली सिरप बनाने वाली कंपनी की निर्माण इकाई को सील किया जा चुका है। इस मामले में राज्य सरकार ने पहले ही दो औषधि निरीक्षकों और एफडीए के एक उप निदेशक को निलंबित कर दिया है, और राज्य के औषधि नियंत्रक का तबादला भी किया गया है।