
छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा-मंडला फोर्ट गेज कन्वर्जन रेल परियोजना का दूसरा खंड चौरई से सिवनी तक का कार्य कोरोना संक्रमण के कारण फिर प्रभावित हो रहा है। इस खंड का कार्य जून माह के अंत तक पूर्ण करने व सीआरएस कराने का लक्ष्य रखा गया था जो वर्तमान स्थिति को देखते हुए मुश्किल लग रहा है। निर्माण कार्य की गति धीमी हो गई है उसका सबसे बड़ा कारण कार्य के लिए मजदूरों का नहीं मिलना है। रेलवे भी कोरोना की रफ्तार से डरा हुआ है जिसके साथ ही कई तरह की समस्याएं सामने आ रही है जिसके कारण तय समय में कार्य पूर्ण नहीं किया जा सकेगा। रेलवे की माने तो चौरई से सिवनी के बीच लगभग 70 प्रतिशत तक कार्य हुआ है जबकि शेष कार्य को पूर्ण होने में अभी दो से तीन माह का समय लगेगा। 20 मार्च को सीआरएस ने छिंदवाड़ा से चौरई तक 35 किमी रेलमार्ग के कार्यों का निरीक्षण किया है। इस दौरान छिंदवाड़ा से झिलमिली और झिलमिली से चौरई तक ट्राली से निरीक्षण किया गया था। सीआरएस ने इस रेलमार्ग पर 14 बोगी की ट्रेन से अधिकतम 111 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रायल कर रेलमार्ग का परखा था। इस रेलमार्ग को कुछ कमियों के साथ सीआरएस ने अप्रूव कर दिया था जिसे रेलवे का पूर्ण करना है। जिसके बाद आने वाले दिनों में मालगाड़ी चलाने की अनुमति दी जाएगी।
- परियोजना में दो खंड है अधूरे
इस परियोजना में नैनपुर से जबलपुर तक ट्रेन का परिचालन अभी वर्तमान में हो रहा है। नैनपुर से भोमा एवं छिंदवाड़ा से चौरई तक रेलमार्ग का कार्य पहले ही पूर्ण हो चुका है जिसका सीआरएस ने निरीक्षण किया है। भोमा से सिवनी 20 किमी एवं सिवनी से चौरई 35 किमी रेलमार्ग का कार्य ही बचा हुआ है जिसके पूर्ण होने पर छिंदवाड़ा से जबलपुर तक ट्रेन दौड़ाई जा सकेगी लेकिन अभी जिलेवासियों को इंतजार करना होगा। इन दोनों की सेक्शन का कार्य पूरा होते ही छिंदवाड़ा से सिवनी, नैनपुर होते हुए जबलपुर तक ट्रेन दौड़ाई जा सकेगी।
- नागपुर के बाद जबलपुर रूट की मांग
ग्यारह वर्ष बाद नागपुर रेलमार्ग का कार्य पूर्ण हुआ और जिले वासियों को सफर करने का मौका मिल पाया। लेकिन वर्तमान में कोरोना संक्रमण के कारण लोग सफर नहीं कर पा रहे है। नागपुर की तरह ही जबलपुर रेलमार्ग की मांग की जा रही थी, जल्द से जल्द कार्य पूर्ण हो जाए तो लोग इस रेलमार्ग का उपयोग कर सकेंगे। नागपुर की तरह ही जबलपुर मार्ग पर ट्रेन चलने से रोजगार के साथ ही व्यापार बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।
- इनका कहना है।
कोरोना काल के निर्माण कार्य पूर्ण कराने में समस्या आ रही है। माह जून तक चौरई से सिवनी के बीच अधूरा कार्य पूर्ण नहीं हो पाएगा। रेलवे लगातार कार्य को जल्द से जल्द पूर्ण करने का प्रयास कर रहा है।
मनीष लावनकर, डिप्टी सीई, गेज कन्वर्जन विभाग