
छिंदवाड़ा(नवदुनिया प्रतिनिधि)। छिंदवाड़ा-नैनुपर मंडला फोर्ट गेज कंवर्जन परियोजना का कार्य वर्तमान में तेज गति से चल रहा है। चार खंडों की इस परियोजना में अभी एक खंड का सीआरएस हो चुका है। 20 मार्च को पहले खंड छिंदवाड़ा से चौरई तक बने रेलमार्ग का सीआरएस किया जाना निश्चित किया गया है। तकरीबन 35 किमी के इस रेलमार्ग का सीआरएस दिसंबर में ही किया जाना था, लेकिन कार्य प्रभावित होने के कारण दूसरे खंड का सीआरएस किया गया और छिंदवाड़ा से चौरई के बीच बने रेलमार्ग के सीआरएस की तिथि बढ़ा दी गई। हालांकि अधिकारी मार्च के अंतिम सप्ताह में सीआरएस के बात कहकर गए थे। 20 मार्च को कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी एमएम चौधरी दोपहर एक बजे इस रेलवे ट्रैक का निरीक्षण करने पहुंचेंगे। वह स्पेशल ट्रेन से रेलवे ट्रैक की जांच करेंगे तथा अधिकारियों को निर्देशित करेंगे। सीआरएस कार्य से वह संतुष्ट नजर आए तो कुछ दिनों बाद इस रुट पर मालगाड़ी दौड़ाने की अनुमति मिल जाएगी। सीआरएस से पहले लगातार रेलवे के अधिकारी रेलवे ट्रैक का निरीक्षण कर रहे हैं। किसी भी कार्य को अधूरा नहीं छोड़ा जा रहा है जिस पर सीआरएस की नजर पड़े। जिले को नागपुर ब्राडगेज के बाद अब इस परियोजना की सौगात मिल जाएगी। रेलवे सीआरएस से हरि झंडी मिलने के बाद रेल मार्ग पर मालगाड़ी दौड़ाने की अनुमति देता है, जिसके तीन माह के बाद पैसेंजर ट्रेन चलाई जाती है। सब कुछ ठीक रहा तो आने वाले तीन माह बाद में छिंदवाड़ा से चौरई के बीच पैसेंजर की शुरुआत हो सकती है।
- लॉकडाउन व बारिश के कारण लेट
चार खंडों की इस परियोजना में बारिश व लॉकडाउन काफी बाधा रहा है। इस परियोजना को मार्च 220 में पूर्ण हो जाना था बीच में बजट भी रोड़ा रहा है। इस परियोजना की लागत 1300 करोड़ रुपये है जिसे 2010-11 में स्वीकृति मिली थी जिसके बाद कार्य किया जा रहा है। छिंदवाड़ा से चौरई, चौरई से सिवनी, सिवनी से पलारी तथा नैनपुर से पलारी तक निर्माण कार्य किए गए। अन्य दो खंड़ों में भी तेजी से कार्य किया जा रहा है।
- चौरई में रैक पाइंट की है संभावना
रेलवे ने नागपुर रेलवे मार्ग पर लिंगा में रैक पाइंट बनाया है, जहां से मालगाड़ी लोडिंग शुरू भी की जा चुकी है। पूर्व में रेलवे के अधिकारियों ने निरीक्षण के दौरान लिंगा के बाद जिले में चौरई व झिलमिली में रैकपाइंट की संभावना जताई। अधिकारियों ने रैकपाइंट बनाने के लिए प्रस्ताव तैयार कर रेलवे को पहुंचाया गया है स्वीकृति के बाद चौरई से भी व्यापारिक गतिविधियां बढ़ जाएगी।