नईदुनिया प्रतिनिधि, छिंदवाड़ा: मध्य प्रदेश में जहरीले कफ सीरप कांड (Cough Syrup Case MP) में खाद्य और औषधि प्रशासन विभाग (FDA) ने पुलिस को रिपोर्ट सौंपी है। इसमें न्यू अपना फार्मा मेडिकल स्टोर के संचालक राजेश सोनी और ‘कोल्ड्रिफ’ कफ सीरप के होलसेलर पर साक्ष्य छिपाने का आरोप लगाया गया है। राजेश सोनी ने सीरप की बिक्री का कोई रिकार्ड नहीं रखा। उसने जांच टीम को बची हुई बोतलें भी जब्त करने के लिए नहीं दीं।
इसी आधार पर पुलिस अब सोनी को मामले में सह-आरोपित बनाने की तैयारी कर रही है। रिकार्ड में गड़बड़ी मिलने पर सात दवा दुकानदारों को नोटिस भी जारी किया गया है। बता दें कि न्यू अपना फार्मा मेडिकल स्टोर मृत बच्चों को सीरप लिखने के मामले में गिरफ्तार डा. प्रवीण सोनी के परिवार का है। यह उसके स्वजन की ओर से संचालित किया जा रहा है। राजेश सोनी भी डा. प्रवीण के परिवार से जुड़ा बताया गया है।
डा. प्रवीण ने अपने निजी अस्पताल में उपचार के दौरान जितने बच्चों को कोल्ड्रिफ सीरप लिखी, वह इसी मेडिकल स्टोर से विक्रय की गई। इसीलिए इस मेडिकल स्टोर में बिक्री के रिकार्ड की जांच की जा रही है। दूसरी ओर, ड्रग इंस्पेक्टर्स की टीम ने शहर के बड़े मेडिकल स्टोर्स से 49 अन्य कफ सीरप के सैंपल भी जांच के लिए भोपाल लैब भेजे हैं। इनमें अग्रवाल औषधि भंडार, शिव फार्मा और खंडेलवाल मेडिकल स्टोर्स के नाम शामिल हैं।
अभी भी छह बच्चे गंभीर, 12 बच्चे और रेफर दूसरी ओर, छिंदवाड़ा जिले में कोल्ड्रिफ सीरप पीने वाले छह बच्चों की गंभीर हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। वे सभी नागपुर के अस्पतालों में भर्ती हैं। सोमवार को 12 अन्य बच्चे छिंदवाड़ा जिला अस्पताल से नागपुर के लिए रेफर किए गए। जबकि दो बच्चे स्वस्थ हो चुके हैं।